भूमाफियाओं ने सेना को भी नहीं बख्शा, महू की गेलेन्ट्री लैंड मार्क कॉलोनी के रहवासी पहुंचे कलेक्टोरेट, कहा-गांव से बदतर है जीवन.


इंदौर। सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद भी भूमाफियाओं की मनमानी का सिलसिला जारी है। भूमाफियाओं ने सेना के अधिकारियों और जवानों को भी नहीं बख्शा। मंगलवार को महू के बेरछा रोड स्थित गेलेन्ट्री लैंड मार्क कॉलोनी के रहवासी कलेक्टोरेट पहुंचे। उन्होंने कहा कि 10 साल में भी कॉलोनाइजर ने कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई है। बार-बार शिकायत के बाद कोई भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
रहवासियों ने बताया कि कॉलोनाइजर संतोष सिंह और संजीव जायसवाल द्वारा विकसित गेलेन्ट्री लैंड मार्क कॉलोनी वर्ष 2012 में अस्तित्व में आई थी। उस समय कॉलोनाइजर ने वीआईपी कम्प्युनिटी हॉल, शानदार रोड, हरा भरा गार्डन, कॉलोनी के हर गेट पर गार्ड और पानी की टंकी से हर घर में पानी सप्लाई सहित कई वादे किए गए थे। कॉलोनाइजर द्वारा बताया गया था कि यह हमारे देश के बहादुर जवानों के लिए सर्व सुविधायुक्त कॉलोनी होगी। इसमें वीर जवानों व उनके परिवारो को सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी, ताकि हमारे देश के वीर योद्धा तथा उनका परिवार स्वतंत्र सुरक्षित तथा सर्व सुविधा युक्त कॉलोनी में निवास कर सके।
बार-बार शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं
इस कॉलोनी में 10 वर्षों से ज्यादा समय से रह रहे रहवासियों ने बताया कि कॉलोनी के चेयरमैन संतोष सिंह और वाइस चेयरमैन संजीव जायसवाल को यहां की समस्याओं के बारे में विभिन्न माध्यमों से (टेलीफोन, पत्राचार, मोबाईल मैसेज तथा ऑफिस में जाकर) कई बार अवगत किया जा चुका है। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। आज की तरीख में कोई पिछड़ा हुआ गांव भी इस कॉलोनी से बेहतर स्थिति में होगा।
पानी तक की सुविधा नहीं मिली
रहवासियों ने बताया कि कॉलोनी एम.पी.ई.बी. बोर्ड को एवं ग्राम पंचायत गांगल्याखेड़ी को अभी तक हैंडओवर नहीं किया गया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बाउंड्रीवॉल की सही मरम्मत अति आवश्यक है। कॉलोनी में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था भी ठीक नहीं है। सबसे ज्यादा परेशानी पानी की है। कॉलोनी में कॉलोनाइजर की तरफ से पानी की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है, लोग निजी बोरिंग से काम चलाते हैं। कॉलोनी के अंदर खेती की जमीन है और वहां आवारा पशु घूमते रहते हैं।