प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर एफआईआर के बाद भड़की कांग्रेस, भोपाल में सड़कों पर उतरे एनएसयूआई कार्यकर्ता.


भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद कांग्रेस ने जबरदस्त विरोध दर्ज कराया है। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और संगठन उपाध्यक्ष सुखदेव पांसे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एफआईआर को विपक्ष की आवाज दबाने का एक राजनीतिक हथकंडा बताया। एनएसयूआई के कार्यकर्ता हाथों में कागज की तलवार लेकर सड़क पर उतर आए और मुख्यमंत्री कार्यालय जाने की जिद पर अड़े रहे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक कर हिरासत में ले लिया।
कांग्रेस ने कहा कि जिस व्यक्ति ने शुरुआत में अपनी आपबीती बयान की थी। जैसे उसे मल खिलाया गया, बंदूक तानी गई, मोटरसाइकिल छीनी गई। वही अब दबाव में बयान बदल रहा है। 10 जून से लेकर 18 जून तक उसने यही बातें सार्वजनिक रूप से कहीं, लेकिन अब सरकार के दबाव में उसे पीछे हटने पर मजबूर किया गया। कांग्रेस ने कहा कि जब पीड़ित को इंसाफ नहीं मिला, तो उसने आत्महत्या की भी कोशिश की, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने समझाकर उसे रोका। इसके बावजूद प्रशासन ने असली दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की और अब उल्टा जीतू पटवारी पर ही एफआईआर दर्ज कर दी। युवक खुद जीतू पटवारी के दौरे का पता चलने पर उनके मिलने आया था।
सिंघार बोले-जनता के लिए लड़ते रहेंगे
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक्स पर लिखा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के विरुद्ध हुई एफआईआर, विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास है। चाहे सरकार कितनी भी कोशिश कर ले, मध्य प्रदेश कांग्रेस का हर सिपाही जनता के हितों के लिए निरंतर लड़ता रहेगा।
भाजपा ने पटवारी को बताया ्अप्रासांगिक
कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि अपनी खोई हुई साख को वापस पाने के लिए कांग्रेस मध्यप्रदेश की छवि को खराब कर रही है। जीतू पटवारी अब राजनीतिक तौर पर अप्रासंगिक हो चुके हैं। उन्हें अपने अध्यक्ष पद पर भी विचार करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने भोले-भाले युवाओं को बरगलाकर मोटरसाइकिल और अन्य प्रलोभन देकर साजिश रची है। आशीष अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस के ही एक अकाउंट से झूठा वीडियो वायरल किया गया और अब वे उसी को सच बताकर मीडिया को भी गुमराह कर रहे हैं।
आखिर क्या है मामला
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर अशोक नगर जिले के मुंगावली थाना में शुक्रवार को एफआईआर दर्ज की गई है। खास बात यह है कि एफआईआर उसी युवक ने दर्ज कराई है, जो दो दिन पहले जीतू पटवारी से मिला था। युवक ने गांव के सरपंच पति और बेटे पर गंदगी खिलाने का आरोप लगाया था। उसने कहा था कि इस मामले में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इसके बाद जीतू पटवारी ने वहीं से कलेक्टर को फोन लगाकर इस मामले में एक्शन लेने को कहा था। अब यह युवक अपनी बात से पलट गया है। उसने आरोप लगाया कि जीतू पटवारी के कहने पर ही सरपंच के पति और बेटे पर गंदगी खिलाने और मारपीट होने का आरोप लगाया था। बदले में बदले मोटरसाइकिल और आर्थिक मदद देने का वादा किया गया था।