नीट यूजी के रिजल्ट पर कोई फैसला नहीं, सॉलिसिटर जनरल ने हाईकोर्ट से मांगा समय, अगली सुनवाई 29 को.


इंदौर। नीट यूजी परीक्षा के रिजल्ट के मामले में आज सोमवार को हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में होनी थी, लेकिन एनटीए की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने समय मांगा। इसके बाद हाईकोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख 29 मई तय कर दी।
इससे पहले 22 मई को सुनवाई में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता वर्चुअल उपस्थित हुए थे। उन्होंने कहा था कि इंदौर से जुड़े 24 सेंटरों के प्रभावित स्टूडेंट्स के लिए एक कमेटी गठित की जाए। सोमवार को हुई सुनवाई के दौरान छात्रों के वकील मृदुल भटनागर ने बताया कि इंदौर-उज्जैन से 60 से ज्यादा याचिकाओं दाखिल हो चुकी है। इस पर एनटीए की ओर से 26 मई को सोमवार को रिप्लाई आ चुका है। हमने इस पर रिजॉइंडर भी पेश कर दिया था। हमें उम्मीद थी कि इस पर आज फाइनल ऑर्ग्यूमेंट हो जाएंगे। भटनागर ने आगे बताया कि सोमवार को सुनवाई से पहले एनटीए ने जांच समिति बनाने का कहा था, एक रिपोर्ट भी दी थी। कोर्ट में 3.30 बजे सुनवाई होना तय हुआ था। लेकिन इससे पहले ही एनटीए की ओर से भारत के सॉलिसिटर जनलर तुषार मेहता 2.30 बजे वर्चुअल अपीयर हुए और हाईकोर्ट से समय मांगा। इस पर हाई कोर्ट ने सुनवाई के लिए अगली तारीख 29 मई गुरुवार को तय की है।
सोमवार को पेश किए जवाब में एनटीए ने कहा कि इंदौर के 18 और उज्जैन के 6 सेंटर पर परीक्षा प्रभावित हुई थी। इन सेंटर पर 2 हजार से ज्यादा बच्चे प्रभावित हैं। एनटीए की ओर से जवाब देते हुए मेहता ने कहा था कि हमने बहुत ही अच्छे और शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा का आयोजन किया है। इस पर सवाल उठाते हुए याचिकाकर्ताओं के वकील मृदुल भटनागर ने कहा था कि ये परीक्षा साधारण परीक्षा नहीं है, इसमें अनकट पावर सप्लाई देना थी, उसमें ये फेल हुए हैं। एनटीए ने अपने जवाब में ये बात मानी भी है कि कई सेंटर पर 10 मिनट से 1 घंटे 10 मिनट तक बिजली आपूर्ति बाधित रही है। एनटी ने यह भी कहा कि हम एक कमेटी बनाकर ये निर्णय लेंगे कि हमें दोबारा परीक्षा कराना है या नहीं कराना है। आगे की पूरी प्रक्रिया कमेटी तय करेगी। इसके लिए एनटीए ने 26 मई तक का समय मांगा था।