कांग्रेस ने चिंटू चौकसे का एक वीडियो जारी कर कहा, घटना के समय वे एक भंडारे में थे, फिर पुलिस ने कैसे पकड़ा.


इंदौर। टैंकर विवाद में हुई मारपीट के बाद नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस पुलिस-प्रशासन और भाजपा पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस ने सोमवार को एक वीडियो जारी किया है, जिसमें चिंटू चौकसे विजयनगर क्षेत्र में आयोजित एक भंडारे में नजर आ रहे हैं।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अमित चौरसिया ने कहा कि विजयनगर क्षेत्र के ब्लॉक अध्यक्ष गब्बर ने भंडारा आयोजित किया था, जिसमें चौकसे शामिल थे। सीसीटीवी फुटेज में 9:32 बजे का समय दिख रहा है। फिर 9:30 बजे के घटनाक्रम में चिंटू का नाम कैसे आ गया। यह संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों का सीधा उल्लंघन है।कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि चिंटू चौकसे के परिजनों का कहना है कि वह करीब रात 10 बजे तक वहीं थे, फिर पुलिस द्वारा एफआईआर में लिखी घटना और समय साढ़े नौ बजे (19 अप्रैल की रात) का बताया है वह कैसे संभव हो सकता है। चौकसे के साथ पार्षद राजू भदौरिया भी थे। उन्होंने भी बताया कि वह पहले नितिन भावसार के यहां शादी में गए और फिर भंडारे में गए। वहीं परिजनों का यह भी दावा है कि घटना दोनों परिवारों के बच्चों के बीच ट्रैक्टर खड़े होने से हुई। उस समय ना चिंटू घर पर थे और ना ही उनके बड़े भाई राधेश्याम, लेकिन पुलिस ने केवल बयान के आधार पर ही चिंटू और राधेश्याम को आरोपी बना लिया।
पुलिस ने पाठक परिवार पर नहीं लगाई गंभीर धाराएं
बताया जाता है कि चौकसे की पत्नी मालती और परिजन ने थाने में क्रास एफआईआर का आवेदन दिया, लेकिन पुलिस ने चौकसे के खिलाफ लगाईं गंभीर धाराएं, पाठक परिवार पर लगाने से इंकार कर दिया। चौकसे परिवार का कहना है कि पुलिस को दोनों पर बराबर धाराएं लगाना थीं। क्योंकि यदि कपिल पाठक घायल हुआ है तो चिंटू का बेटा ईशान बांबे अस्पताल में भर्ती है और भतीजा रोहन तो भंडारी अस्पताल में आईसीयू में है। उसे 18 टांके आए और कपिल से अधिक चोट है। इसके बाद भी गंभीर धाराएं नहीं लगाई जा रही हैं।