कांग्रेस के जिला अध्यक्षों की नियुक्ति का नहीं थम रहा विरोध, घबराई कांग्रेस ने 24 घंटे में सोशल मीडिया पोस्ट हटाने की दी चेतावनी.


भोपाल। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश कांग्रेस में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद से ही विरोध शुरू हो गया है। कई जिलों में जहां इस्तीफे हुए हैं, वहीं कई स्थानों पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और अन्य नेताओं के पुतले जलाए गए हैं। सबसे ज्यादा विरोध सोशल मीडिया पर हो रहा है। इससे घबराई कांग्रेस ने अब आदेश जारी किया है कि 24 घंटे के अंदर सोशल मीडिया से पोस्ट हटा लें, वर्ना कार्रवाई होगी।
मध्यप्रदेश कांग्रेस ने एक पत्र जारी कर यह चेतावनी दी है। इसमें कहा गया है कि जिलाध्यक्षओं की नियुक्ति के विरोध में सोशल मीडिया से 24 घंटे के अंदर पोस्ट हटा लें। पत्र में स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि अगर पोस्ट नहीं हटाया जाता तो 24 घंटे बाद संगठन की तरफ से मामले में कार्रवाई की जाएगी। इधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि जो जिलाध्यक्ष अच्छा काम नहीं करेगा और उसे 6 महीने बाद हटा दिया जाएगा भोपाल में भी विरोध
संगठन प्रभारी महासचिव डॉ. संजय कामले ने कहा कि कांग्रेस एक परिवार है और मतभेद संवाद से दूर किए जा सकते हैं, लेकिन संगठन की गरिमा और अनुशासन से कोई समझौता नहीं होगा। कांग्रेस का हर सिपाही भाजपा के खिलाफ संघर्ष और जनता की सेवा के लिए खड़ा है। इसलिए आंतरिक असहमति को सोशल मीडिया पर सार्वजनिक करने की बजाय संगठन की अनुशासन समिति और प्रदेश प्रभारी,प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष के अलावा संगठन प्रभारी महासचिव के समक्ष ही रखा जाए।
पूरे प्रदेश में हो रहा विरोध
उल्लेखनीय है कि जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए इस बार राहुल गांधी के निर्देशों पर केंद्र से आब्जर्वर नियुक्त किए गए थे। भोपाल में संगठन सृजन अभियान की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस से बारात वाले और लंगड़े घोड़े हटाए जाएंगे और सिर्फ रेस के घोड़ों को रखा जाएगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राहुल गांधी ने काफी उम्मीद दिलाई थी, लेकिन नियुक्तियों में इसका ध्यान नहीं रखा गया। विडंबना यह कि कई जिलों में विधायक और पूर्व विधायकों को अध्यक्ष बना दिया गया। कार्यकर्ता इसी का विरोध कर रहे हैं।