इंदौर के एमवाय अस्पताल के चूहा कांड में सर्जरी-पेडियाट्रिक एचओडी लाहोटी हटाए गए, अधीक्षक यादव ने ले लिया अवकाश.


इंदौर। मध्यप्रदेश के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल एमवाय अस्पताल में पिछले दिनों चूहे के कुतरने से दो नवजात बच्चों की मौत हो गई थी। घटना के तुरंत बाद प्रदेश सरकार ने भोपाल से जांच कमेटी गठित की थी। इस कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है और एमवाय प्रशासन में बड़े स्तर पर बदलाव की सिफारिश की।
जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद पेडियाट्रिक सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. बृजेश लाहोटी को पद से हटाते हुए सह प्राध्यापक सर्जरी डॉ. अशोक लड्डा को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट डॉ. अशोक यादव पर सस्पेंड किए जाने का दबाव बना हुआ है। इसके बाद उन्होंने बीमारी का हवाला देते हुए 15 दिन की छुट्टी ले ली है। अस्पताल प्रशासन ने ड्यूटी पर तैनात दो नर्सिंग स्टाफ को भी निलंबित किया और नर्सिंग अधीक्षक को हटाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पांच डॉक्टरों की टीम गठित की गई, जो आगे भी जांच करेगी।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे थे सवाल
उल्लेखनीय है कि एमवाय अस्पताल एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा संचालित है। हाल ही में दो नवजात शिशुओं को चूहों के कुतरने से मौत हो गई थी। दोनों बच्चों को आईसीयू में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां चूहों ने गंभीर रूप से उन्हें काट लिया। इस घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए गए थे। यह मामला नेशनल मीडिया में भी छाया रहा।
डीन और अधीक्षक पर कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया और एमवाय अस्पताल के अधीक्षक डॉ.अशोक यादव को हटाने का दबाव बना हुआ है। शायद यही वजह है कि एमवाय अधीक्षक डॉ.यादव ने 15 दिन का अवकाश ले लिया है। मामले में अभी कई और डॉक्टरों और स्टाफ पर गाज गिरने वाली है।