मध्यप्रदेश में राज्यसभा के लिए घुंघरू बांधे बैठे रह कई नेता, केरल के कुरियन ने हाईजैक कर ली ‘महफिल’-हरीश फतेहचंदानी.


नई दिल्ली। राज्यसभा में वर्तमान में भाजपा का समीकरण गड़बड़ है, जिसे अपने पक्ष में करने की कोशिश भाजपा 3 सितंबर को होने वाले चुनाव में कर रही है। 9 राज्यों की 12 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है। भाजपा ने मंगलवार को 8 राज्यों की 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। सबसे आश्चर्यजनक मध्यप्रदेश से जॉर्ज कुरियन की उम्मीदवारी रही।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश से राज्यसभा में जाने के लिए भाजपा के कई दिग्गज कोशिश कर रहे थे। इनमें पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा और जयभान सिंह पवैया, कुछ समय पहले ही भाजपाई बने मुकेश सिंह और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष के नामों की भी चर्चा थी। गुना लोकसभा सीट पर 2019 का चुनाव ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराने वाले डॉ. के.पी. सिंह यादव का नाम भी इस सूची में शामिल था इसके अलावा भी कई नेता राज्यसभा के टिकट की आस में रात दिन एक किए बैठे थे, कुरियन के नाम की घोषणा होते ही सपके कलेजे पर सांप लोज गया।
जॉर्ज कुरियन पर इतनी मेहरबानी क्यों
यहां सवाल यह भी उठता है कि जॉर्ज कुरियन पर इतनी मेहरबानी क्यों? मोदी कैबिनेट में मत्स्य पालन, पशुपालन-डेयरी विभाग के राज्य मंत्री हैं। कोरियन मोदी कैबिनेट में एकमात्र ईसाई मंत्री हैं और भाजपा को इस वर्ग में अपनी पैठ बनानी है। वे 1980 के दशक में जनता दल छोड़कर बीजेपी में आए थे। कुरियन पार्टी के विभिन्न पदों पर रहने के साथ ही अपने प्रदेश में मोदी के भाषण के दौरान उनके भाषण का मलयालम में अनुवाद भी करते रहे हैं। कुरियन के बहाने भाजपा केरल में ईसाई समाज में और जबरदस्त पैठ बनाना चाहती है।
अन्य सीटों पर ये हैं उम्मीदवार
बीजेपी ने असम के लिए मिशन रंजन दास और रामेश्वर तेली, बिहार के लिए मनन कुमार मिश्र, हरियाणा के लिए किरण चौधरी, महाराष्ट्र के लिए धैर्यशील पाटिल, ओडिशा के लिए ममता मोहंता, राजस्थान के लिए सरदार रवनीत सिंह बिट्टू और त्रिपुरा के लिए राजीव भट्टाचार्य को राज्यसभा का उम्मीदवार घोषित किया है।