रुद्रप्रयाग हेलिकॉप्टर हादसा: आर्यन कंपनी के दो मैनेजर पर लापरवाही का मुकदमा दर्ज.


रुद्रप्रयाग हेलिकॉप्टर हादसा: आर्यन कंपनी के दो मैनेजर पर लापरवाही का मुकदमा दर्ज
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड स्थित गौरीमाई खर्क में हुए हेलिकॉप्टर हादसे को लेकर आर्यन एविएशन कंपनी के दो वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज किया गया है। इस हादसे में सात लोगों की मौत हुई थी।
फाटा के राजस्व उप निरीक्षक ने इस संबंध में सोनप्रयाग कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हादसे का कारण सिर्फ खराब मौसम नहीं था, बल्कि हेलिकॉप्टर कंपनी द्वारा यूकाडा (UCADA) और डीजीसीए (DGCA) द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की अनदेखी भी रही।
निर्धारित समय से पहले उड़ान, भारी चूक
रिपोर्ट में बताया गया है कि आर्यन हेली कंपनी को 6:00 से 7:00 बजे तक का फ्लाइंग स्लॉट आवंटित किया गया था, लेकिन कंपनी ने नियमों को दरकिनार करते हुए सुबह 5:11 बजे ही उड़ान शुरू कर दी। वापसी के दौरान 5:24 बजे दुर्घटना हो गई।
SOP की अवहेलना, दो अधिकारी दोषी
डीजीसीए और यूकाडा द्वारा जारी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) के अनुसार, निर्धारित स्लॉट से पहले उड़ान लेना नियमों के विरुद्ध है। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि कंपनी के बेस मैनेजर विकास तोमर और अकाउंटेबल मैनेजर कौशिक पाठक ने SOP की अनदेखी की, जो उनके दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही दर्शाता है।
कानूनी कार्रवाई शुरू
राजस्व उप निरीक्षक ने हादसे में सात लोगों की मौत के लिए इन दोनों अधिकारियों को सीधे तौर पर जिम्मेदार माना है। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।