Published On :
13-Dec-2024
(Updated On : 14-Dec-2024 07:14 am )
एक देश, एक चुनाव' पर सियासी विवाद तेज़, अखिलेश यादव ने बताया 'अलोकतांत्रिक'.
Abhilash Shukla
December 14, 2024
Updated 7:14 am ET
एक देश, एक चुनाव' पर सियासी विवाद तेज, अखिलेश यादव ने बताया 'अलोकतांत्रिक'
'एक देश, एक चुनाव' को कैबिनेट की मंज़ूरी मिलने के बाद विपक्षी दल इस पर लगातार तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे एक 'अव्यावहारिक' और 'अलोकतांत्रिक' कदम करार दिया है।
अखिलेश यादव का बयान
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, कभी सरकारें अपनी समयावधि के बीच में भी अस्थिर हो जाती हैं, तो क्या वहाँ की जनता बिना लोकतांत्रिक प्रतिनिधित्व के रहेगी? इसके लिए संवैधानिक रूप से चुनी गई सरकारों को बीच में ही भंग करना होगा, जो जनमत का अपमान होगाउन्होंने आगे कहा,दरअसल ‘एक देश, एक चुनाव’ लोकतंत्र के ख़िलाफ, एकतंत्री सोच का बहुत बड़ा षड्यंत्र है, जो चाहता है कि एक साथ ही पूरे देश पर कब्ज़ा कर लिया जाए।
उच्च स्तरीय कमेटी की सिफारिश
देश में एक साथ चुनाव कराने पर विचार के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया था। इस कमेटी ने 'वन नेशन, वन इलेक्शन' की सिफारिश की है।
केंद्र सरकार की दलील
केंद्र सरकार और उसके सहयोगी दलों का कहना है कि देश में एक साथ चुनाव कराने से सरकारी ख़र्च में कमी आएगी और विकास कार्यों में अधिक तेज़ी आएगी।