Published On :
21-Mar-2025
(Updated On : 21-Mar-2025 09:55 am )
भारत में समय से पहले लू और बढ़ती गर्मी: चिंता का विषय.
Abhilash Shukla
March 21, 2025
Updated 9:55 am ET
भारत में समय से पहले लू और बढ़ती गर्मी: चिंता का विषय
फरवरी में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी
भारत में इस साल फरवरी की गर्मी ने 125 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, देश के कई हिस्सों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है। 25 फरवरी 2025 को गोवा और महाराष्ट्र में पहली बार लू दर्ज की गई, जो आमतौर पर बाद में देखी जाती थी।
गर्म रातों की संख्या में वृद्धि
15 मार्च 2025 को ओडिशा और झारखंड ने पहली गर्म रात दर्ज की, जबकि पिछले साल यह स्थिति 27 मार्च को गुजरात और महाराष्ट्र में देखी गई थी। फरवरी 2025 के दौरान देश के 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रात का तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
असामान्य रूप से उच्च तापमान
16 मार्च 2025 को ओडिशा के बौध में तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि झारसुगड़ा और बोलंगीर में भी तापमान क्रमशः 42 और 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। IMD ने बताया कि फरवरी के दौरान देश के 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कम से कम एक दिन रात का तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया।
गर्म रातों का क्षेत्रीय प्रभाव
ओडिशा और झारखंड में 15 मार्च को पहली गर्म रात महसूस की गई, जबकि 2024 में यह क्रमशः 5 अप्रैल और 29 मई को दर्ज की गई थी। ओडिशा में 12 और 20 फरवरी को सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस अधिक रात का तापमान रिकॉर्ड किया गया। राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में भी ऐसी ही स्थिति देखी गई।
हिमालयी और तटीय क्षेत्रों पर असर
हिमाचल प्रदेश और केरल जैसे राज्यों ने भी असामान्य रूप से उच्च तापमान का अनुभव किया, जो पहले हीटवेव से अछूते रहे थे। यहां तक कि कर्नाटक में 2030 तक 2.0 डिग्री सेल्सियस तक तापमान बढ़ने का अनुमान है, जिससे यह क्षेत्र भीषण गर्मी की चपेट में आ सकता है।
जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण दिन और रात दोनों समय का तापमान बढ़ रहा है। पिछले दशक में गर्म रातों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। इससे विशेष रूप से कमजोर आबादी के लिए अधिक खतरा उत्पन्न हो गया है।
जलवायु परिवर्तन के प्रति तत्काल उपाय न अपनाने की स्थिति में, आने वाले वर्षों में भारत को और भी गंभीर गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।