आखिर यादव समाज के नाम पर जमीन का घोटाला करने वालों को क्यों बचाने में जुटी कांग्रेस.


इंदौर। इंदौर में इन दिनों जमीन घोटालों में कांग्रेस से जुड़े लोगों के नाम आने पर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्ञापन-प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि यह मूल रूप से जमीन घोटाले के मामले हैं। इसमें कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं। कांग्रेस के ही नेताओं का कहना है कि इसमें कानून को अपना काम करने देना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के भाइयों और इंदौर के जिला कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ जमीन पर कब्जा करके धोखाधड़ी करने और धमकाने का प्रकरण दर्ज हुआ है। कांग्रेस ज्ञापन की राजनीति कर रही है, जबकि सदाशिव यादव सहित अन्य लोगों ने जमीन पर कब्जा किया है। कांग्रेस के नेताओं का ही कहना है कि इसका जवाब सदाशिव यादव को तथ्यों सहित देना है। इसमें कांग्रेस को शामिल ही नहीं होना चाहिए। सिर्फ जीतू पटवारी के भाइयों के खिलाफ राजनैतिक द्वेषवश प्रकरण तक ही कांग्रेस को विरोध सीमित रखना चाहिए।
कांग्रेस का मुद्दा बनाने की कोशिश
कांग्रेस के ही कई नेता कह रहे हैं कि कुछ नेता गलत दिशा में ज्ञापनबाजी करके कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर लगा रही हैं। संबंधित जमीन घोटाले मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद सिर्फ न्यायालय से ही मदद मिल सकती है, लेकिन कुछ स्वार्थी नेता इस मुद्दे को कांग्रेस का मुद्दा बनाने की असफल कोशिश कर रहे हैं।
सीएम के भाई के नाम का भी उपयोग
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव ने जमीन घोटाले में मुख्यमंत्री मोहन यादव के भाई नारायण यादव के नाम का भी उपयोग किया था। सदाशिव ने नारायण यादव की सहमति के विवादित भूमि पर कब्जा करके बोर्ड लगा दिया था। जब इसकी जानकारी यादव समाज के प्रमुख वरिष्ठ नेता ने मुख्यमंत्री और उनके भाई को दस्तावेज सहित दी तो तत्काल मुख्यमंत्री के भाई के नाम का बोर्ड हटवाया गया। इस मामले को लेकर कांग्रेस जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव को जमकर फटकार भी लगाई गई, लेकिन इसके पश्चात भी सदाशिव ने जमीन पर कब्जा बरकरार रखा। यादव समाज के नाम पर 60 करोड़ रुपए कीमत की जमीन पर कब्जे का प्रयास किया गया।
यादव समाज ने जताई नाराजगी
एफ़आइआर के खुलासे के बाद कथित यादव समाज की ट्रस्ट के खिलाफ यादव समाज ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त की हैं। यादव अहिर सेना के प्रमुख एंव जिला यादव अहिर संघ(रजि.) के अध्यक्ष राकेश सिंह यादव ने यादव समाज की बदनामी को लेकर कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा है कि इंदौर में यादव समाज का उपयोग राजनीति में फायदे के लिए चंद यादव समाज के कथित राजनैतिक एंव सामाजिक ठेकेदारों ने किया हैं। इंदौर में लगभग 50 सालों से यादव समाज के कर्ताधर्ता बनने वाले चंद ठेकेदारों ने यादव समाज के नाम पर राजनैतिक एवं सामाजिक कार्य कर यादव समाज के नाम पर रोटियां सेंकी हैं। पिछले 50 सालों में अनेक पार्षद,विधायक,राजनैतिक दलों के पदाधिकारी सहित विभिन्न बड़े पदों पर यादव समाज से इंदौर में रहें हैं। इंदौर में यादव समाज के नेता विभिन्न राजनैतिक दलों के माध्यम से सत्ता के शिखर पर पहुँचने के बाद भी इंदौर में आज तक 2 एकड़ जमीन यादव समाज को उपलब्ध नहीं करा सके हैं। राकेश सिंह यादव ने यादव समाज के सामाजिक एवं राजनैतिक ठेकेदार बनकर राजनीति में लाभ लेने वालों की सैकड़ों एकड़ जमीन लगातार दिन दूनी रात चौगुनी गति से बढ़ती रही, लेकिन एक भी सामाजिक या राजनैतिक नेता ने यादव समाज में पिछले 50 साल में यादव समाज के नाम पर एक इंच भूमि भी दान में नहीं दी हैं।