महाकाल को प्रशासन ने बना दिया वीआईपी का भगवान, आम जनता एक झलक पाने के लिए खाए धक्के, गडकरी गर्भगृह में 25 मिनट कर जाते हैं पूजा.


इंदौर। आम आदमी के भगवान महाकाल को शासन-प्रशासन ने सिर्फ वीआईपी लोगों का बना दिया है। देश के कोने-कोने से महाकाल दर्शन को आए लोग घंटों में लाइन में लगकर धक्के खाने के बाद भी कुछ सेकंड की झलक भी नहीं देख पाते। दूसरी तरफ वीआईपी यानी सत्तापक्ष के नेता और मंत्री, विधायक गर्भगृह में जाकर विधिवित अभिषेक और पूजन करते हैं।
गुरुवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी उज्जैन पहुंचे। उन्होंने महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में जाकर भगवान महाकाल का पंचामृत पूजन किया। केंद्रीय मंत्री ने गर्भगृह में करीब 25 मिनट तक पूजन किया। गडकरी जी के साथ नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह और सांसद अनिल फिरोजिया भी थे। दर्शन के लिए बाहर कतार में धक्के खाते लोग महाकाल से सवाल करते दिखे कि आखिर यह हो क्या रहा है?
कलेक्टर कहते हैं-वीआईपी की एंट्री नहीं
कहने के महाकाल के गर्भगृह में वीआईपी एंट्री बंद है, लेकिन हकीकत में यह कभी ऐसा हुआ नहीं। पिछले साल अक्टूबर में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे सांसद श्रीकांत शिंदे और उनकी पत्नी समेत चार वीआईपी श्रद्धालुओं ने गर्भगृह में प्रवेश किया और भगवान महाकाल के पास बैठकर पूजन-अर्चन किया था। जब बवाल मचा तो मंदिर के प्रशासक ने कहा इसकी जांच कराएंगे। कलेक्टर नीरज सिंह ने भी उस समय कहा था कि गर्भगृह में वीआईपी के प्रवेश की अनुमति नहीं है। वे इस मामले की जांच कराएंगे। जब भी कोई ऐसी घटना होती है और वबाव मचता है तो कलेक्टर का एक ही जवाब होता है-जांच कराएंगे।
पहले भी कई बार मच चुका है बवाल
सच्चाई तो यह है कि महाकाल मंदिर के गर्भगृह में कभी दर्शन बंद ही नहीं हुए। मंदिर के गर्भगृह में कुछ वीआईपी के प्रवेश की अनुमति है, लेकिन छुटभैये नेता से लेकर थाने के दरोगा तक पूजा कर आते हैं। हंगामा उस समय भी मचा था जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और उज्जैन के ग्रामीण अध्यक्ष सहित चार लोग गर्भगृह में पहुंचे थे। उज्जैन उत्तर के विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा के समर्थक को गर्भगृह में ले जाकर पूजा-अभिषेक कराने का मामला सामने भी सामने आ चुका है।
कोरोना काल में भी गर्भगृह पहुंच गए थे विजयवर्गीय
13 अगस्त 2021 को भी कोरोना के कारण तत्कालीन प्रभारी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने महाकाल मंदिर के गर्भगृह में सभी के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रखा था लेकिन नागपंचमी के दिन महाकाल मंदिर में भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय व रमेश मेंदोला ने बाबा महाकाल के गर्भगृह में पहुंचकर पूजन-अर्चन किया था। इस दौरान भस्मआरती करने वाले पुजारियों को 4 नंबर गेट पर ही रोक दिया गया था। इस दिन भस्मआरती की शुरुआत करने में भी लगभग आधे घंटे की देरी हुई थी।
गोलू शुक्ला के बेटे को लेकर भी हुआ था हंगामा
18 अगस्त 2021 श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार को इंदौर के भाजपा नेता गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला ने कोविड-19 के प्रतिबंध के बावजूद भी बाबा महाकाल के गर्भगृह के गेट पर पहुंचकर फोटो खिंचवाई थी और इसे सोशल मीडिया पर वायरल भी किया था। 12 मार्च 2023 रंगपंचमी पर गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला ने भस्मआरती के दौरान महाकाल मंदिर के गर्भगृह से 26 सेकंड का वीडियो वायरल किया था। इसमें रुद्राक्ष शुक्ला मंदिर के पंडित और पुजारीगणों के साथ गर्भगृह में दिखाई दे रहा था। यह वीडियो वायरल होने के बाद जमकर बवाल मचा था।
जब हंगामा मचा तो कैमरे बंद कराने लगे
मंदिर प्रबंधन समिति के सूत्र बताते हैं कि वीआईपी का प्रवेश अभी भी लगातार जारी है। अब जब भी कोई वीआईपी आता है तो कैमरे बंद करा दिए जाते हैं, यहां तक कि वेबसाइट से लाइव प्रसारण भी बंद कर दिया जाता है। ऐसा लगभग हर दिन होता है। वीआईपी को देख भक्त आम लोग हंगामा करते रहते हैं, लेकिन किसी पर इसका कोई असर नहीं होता। यहां तक कि जो लोग वीडियो बनाने की कोशिश करते हैं, उनका मोबाइल सुरक्षाकर्मी बंद करा देते हैं।