इंदौर में परशुराम सेना ने फिल्म निर्माता-निर्देशक अनुराग कश्यप का पुतला कान्ह नदी में बहाया, पलासिया और एमजी रोड थाने में शिकायत भी हुई.


इंदौर। ब्राह्मणों पर टिप्पणी करने के बाद फिल्म निर्माता-निर्देशक अनुराग कश्यप बुरी तरह फंस गए हैं। देश के विभिन्न हिसों में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। इंदौर के पलासिया थाने में भी अनुराग के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। वहीं, परशुराम सेना ने अनुराग कश्यप का पुतला कान्ह नदी के गंदे पानी में प्रवाहित कर विरोध जताया।
श्री परशुराम सेना के प्रदेश अध्यक्ष अनूप शुक्ला, नगर अध्यक्ष प्रकाश शर्मा (पप्पी ) ने कहा कि फिल्मकार अनुराग कश्यप ने ब्राह्मणों के ऊपर अनर्गल बयान दिया है। इसके विरोध में अनुराग कश्यप के पुतले को कान्ह नदी के पानी में जल समाधि दी गई। शुक्ला ने कहा कि गंदी मानसिकता वाले व्यक्ति को कीड़े वाले गंदे पानी में डाला गया है। इसके बाद सभी परशुराम सैनिकों ने एमजी रोड थाने पर थाना प्रभारी सिसोदिया जी को अनुराग कश्यप की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक आवेदन भी दिया है। एडवोकेट नमन दुबे और एडवोकेट पंकज राज तिवारी के माध्यम से अनूप शुक्ल ने एफाईआर के लिए आवेदन दिया है। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से परशुराम सेना के प्रदेश प्रवक्ता दीपक शुक्ला, पंडित कमलेश शर्मा, नमन दुबे, पंकज राज तिवारी, प्रेम बागोर, विजेंद्र दीक्षित, धर्मेंद्र जोशी, बबल जोशी,सनी शुक्ला, धीरज मैथली, बंसीलाल पुरोहित, रितेश शर्मा, विनीत पांडे ब्राह्मण उपस्थित थे
नीरज याग्निक ने की शिकायत
इंदौर के सामाजिक कार्यकर्ता नीरज याग्निक ने पलासिया थाने में शिकायत की है। याग्निक ने कहा कि देश में इस समय तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। सुप्रीम कोर्ट में वक्फ पर चर्चा चल रही है। बंगाल के हालात किसी से छिपे नहीं है। ऐसे समय में अनुराग कश्यप की ओर से निम्न स्तरीय टिप्पणी ब्राह्मण समाज के खिलाफ की गई है। मुझे लगता है कि इनकी टिप्पणी देशद्रोह, राष्ट्रद्रोह और धर्मद्रोही है। जबकि ब्राह्मण तो जन्म से लेकर मृत्यु तक सारे कर्मकांडों में समग्र हिंदू समाज के साथ है। याग्निक ने कहा कि मेरी भावनाएं आहत हुई हैं, सिर्फ इसलिए नहीं कि मैं ब्राह्मण हूं। सबसे पहले मैं एक देशभक्त भारतीय हूं। उसके बाद मैं हिंदू हूं, और ब्राह्मण उसके बाद हूं। भारतीय होने के नाते मेरी भावनाएं आहत हुई हैं।
एमपी में फिल्म नहीं रिलीज करने की करेंगे मांग
नीरज याग्निक ने कहा कि मैं सभी धर्मों और समाज से चाहूंगा कि जो ये देश को तोड़ने की बात कर रहे हैं, इनके खिलाफ सभी को एक होना चाहिए। मैंने शिकायत की है। मुझे 100 प्रतिशत विश्वास है एफआईआर दर्ज हो जाएगी। हमने सीएम को भी एक कॉपी भेजी है। फिल्म 'फुले' को लेकर ये विवाद हुआ है। हम उनसे ये भी मांग करेंगे कि इस तरीके की वर्षों पुरानी बातों को नए तरीके से पेश करने और समाज में कुछ गलतफहमी या दंगे भड़काने की कोशिश की जाए तो ऐसी फिल्म को मध्यप्रदेश में रिलीज न होने दें।