इंदौर के डीआरपी लाइन में सीएम यादव ने किया शस्त्र पूजन , कहा- प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से होगी पुलिसकर्मियों की भर्ती होगी, चेटबॉट भी लॉन्च .


इंदौर। दशहरे के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर के डीआरपी लाइन में कन्या पूजन के बाद परम्परानुसार विधि विधान के साथ शस्त्र पूजन किया। सीएम ने इस अवसर पर कहा कि क्रमबद्ध तरीके से पुलिस कर्मियों की प्रदेश में भर्ती की जाएगी, ताकि सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर की जा सके। सीएम ने इंदौर पुलिस के चेटबॉट भी लांच किया।
सीएम ने कहा कि सनातन परंपरा के अनुसार शास्त्र हमारे जीवन का हिस्सा है। जैसे भगवान शंकर के साथ शक्ति स्वरूपा माता रानी है वैसे ही शास्त्र की भी काफी अहम भूमिका रहती है। शस्त्र केवल युद्ध का साधन नहीं, बल्कि अनुशासन और मर्यादा के प्रतीक भी हैं। हमारी पुलिस और सुरक्षा बल इन्हीं शस्त्रों के माध्यम से समाज की रक्षा का संकल्प लेते हैं। इस परंपरा का संरक्षण करना हम सबका दायित्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विजयादशमी पर रावण दहन के साथ शस्त्रों का पूजन भी व्यापक रूप से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम मध्यप्रदेश को नंबर वन राज्य बनाना चाहते है। इसके लिए हर क्षेत्र में काम किए जा रहे है। मध्य प्रदेश पुलिस को भी सक्षम बना रहे है। हर जिले में सशस्त्र बल के साथ एक पुलिस बैंड भी होना चाहिए। कई जिलों में यह पुलिस बैंड तैयार हो चुका है। प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से पुलिस विभाग के बीस हजार रिक्त पद भरे जाएंगे।
इंदौर पुलिस का चेटबॉट किया लांच
सीएम यादव ने विजयादशमी के अवसर पर नागरिकों की सुरक्षा और यातायात सुगमता के लिए इंदौर पुलिस द्वारा तैयार किए गए एआई बेस्ड चेटबॉट सेफ क्लिक को लांच किया। उन्होंने अपने मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन कर आधिकारिक रूप से नागरिकों के लिए यह सेवा प्रारम्भ की। उन्होंने कहा कि सायबर बचाव के लिए यह अत्याधुनिक तकनीक नागरिकों को सूचना देने और विभिन्न प्रकार की जानकारियां प्राप्त करने में अत्यंत उपयोगी साबित होगी। देश में मप्र यह सेवा देने वाला 7 वाँ राज्य और मप्र में इंदौर पहला शहर है। अभी इंदौर पुलिस यातायात और सुरक्षा क्षेत्र में इस तकनीक का भी उपयोग करेगी, आगे इस तकनीक को अन्य क्षेत्र में भी उपयोगी बनाया जाएगा। सायबर चेटबॉट लांचिंग कार्यक्रम में पुलिस कमिश्नर श्री संतोष सिंह ने कहा कि एआई आधारित यह चेटबॉट ओपन सोर्स से इनफार्मेशन प्राप्त करेगा। इस चेटबॉट में नागरिक बोलकर या टाइप कर सेवा ले सकेंगे।