भोपाल में लव जिहाद के मुख्य आरोपी फरहान के पैर में लगी गोली, एसआई का पिस्टल छीनने की कर रहा था कोशिश.


भोपाल। भोपाल में हिंदू छात्राओं से रेप के मुख्य आरोपी फरहान के पैर में गोली गोली लगी है। बताया जा रहा है कि उसने एसआई से पिस्टल छीनने की कोशिश की, इसी दौरान गोली चल गई। उसका इलाज हमीदिया अस्पताल में हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को भोपाल की अशोका गार्डन थाना पुलिस को फरहान की रिमांड मिली है। रिमांड के दौरान पुलिसकर्मी उसे थाने से उसकी निशानदेही पर एक अन्य आरोपी की तस्दीक के लिए ले जा रहे थे। इसी दौरान यह घटना हुई। अशोका गार्डन थाना प्रभारी हेमंत श्रीवास्तव के मुताबिक आरोपी फरहान ने पुलिस को गुमराह करने के लिए बताया था कि मामले में एक और फरार आरोपी अबरार बिलकिस गंज जिला सीहोर में छिपा है। इसके बाद एसआई विजय बामने के साथ कुल पांच पुलिसकर्मी फरहान के साथ वाहन में सवार होकर तस्दीक के लिए रवाना हुए थे। इसी बीच रातीबड़ थाना क्षेत्र में आने वाले सरवर गांव के पास आरोपी फरहान ने पेशाब करने का कहकर वाहन रुकवाया। वाहन के रुकने पर फरहान के साथ एसआई भी नीचे उतरे। तभी फरहान ने एसआई की सर्विस रिवॉल्वर को छीनने का प्रयास किया। छीना झपटी में गोली चली और आरोपी के पांव में लग गई फरहान को हमीदिया में भर्ती कराने के साथ हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज कर लिया है।
लड़कियों को ब्लैकमेल कर रेप का है आरोप
फरहान भोपाल के एक कॉलेज से एमबीए कर रहा है। पहले इसी कॉलेज से बीबीए कर चुका है। हिंदू छात्राओं से रेप केस के मामले में सबसे पहले फरहान ही गिरफ्तार हुआ था। फरहान पर आरोप है कि उसने लड़कियों को ब्लैकमेल कर उनके अश्लील वीडियो रिकॉर्ड किए हैं। ये सारी लड़कियां एक ही कॉलेज की पढ़ने वाली हैं। इसके अलावा दूसरे जितने आरोपी पकड़े गए हैं, वो सब भी फरहान के दोस्त हैं। फरहान के मोबाइल से मिला एक वीडियो ऐसा है जिसमें वह एक साथ तीन लड़कियों के साथ रेप कर रहा है। उन्हें बेरहमी से पीट रहा है। एक अन्य वीडियो में आरोपी इंदौर की पीड़िता से रेप करने के साथ ही उसे सिगरेट से दाग रहा है।
फरहान के मददगारों पर पुलिस की नजर
अशोका गार्डन थाना प्रभारी हेमंत श्रीवास्तव के अनुसार फरहान को पुलिस ने कल शाम को ही रिमांड पर लिया है। रात में उसे लेकर सीहोर जा रहे थे। पुलिस अब यह भी पता कर रही है कि कहीं फरहान के पनाहगार, करीबी और परिचित उसके फरार होने की कोई योजना तो नहीं बनाए हुए थे। पुलिस टीम पर हमला कर फरार होने के बाद कोई उसे फॉलो कर बचाने का प्रयास में तो नहीं था।