संयुक्त राष्ट्र में ट्रंप ने लगाया बड़ा आरोप-रूस से तेल खरीदकर यूक्रेन युद्ध की फंडिंग कर रहे भारत-चीन.


न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र महासभा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन पर बड़ा आरोप लगाया है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन और भारत रूसी तेल खरीद कर यूक्रेन में चल रहे रूसी युद्ध की फंडिंग कर रहे हैं। चीन और भारत रूसी तेल खरीद कर इस युद्ध को वित्तपोषित करने वाले मुख्य देश हैं।
ट्रंप ने कहा कि नाटो देशों ने भी रूसी ऊर्जा और रूसी ऊर्जा उत्पादों पर ज्यादा रोक नहीं लगाई है। मुझे लगभग दो सप्ताह पहले यह पता चला और मैं इससे खुश नहीं था। वे अपने ही खिलाफ युद्ध की फंडिंग कर रहे हैं। किसने इसके बारे में सुना है? अगर रूस युद्ध समाप्त करने के लिए कोई समझौता करने को तैयार नहीं होता तो अमेरिका उस पर कड़े टैरिफ़ लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है। मेरा मानना है कि इससे रक्तपात बहुत जल्दी रुक जाएगा। इन टैरिफ्स के प्रभावी होने के लिए यूरोपीय देशों को हमारे साथ मिलकर ठीक यही उपाय अपनाने होंगे।
फिर कही भारत-पाक युद्ध विराम की बात
ट्रंप ने कहा कि मैंने अपने सात महीने के प्रशासन में सात देशों में चल रहे अकल्पनीय युद्ध को समाप्त कराया। इनमें कंबोडिया-थाईलैंड, कोसोवो-सर्बिया, कांगो-रवांडा, भारत-पाकिस्तान, इस्राइल-ईरान, मिस्र और इथोपिया और आर्मेनिया-अजरबैजान शामिल हैं। यह बहुत बुरा है कि ये काम संयुक्त राष्ट्र के बजाय मुझे करने पड़े।
नोबेल शांति पुरस्कार की दावेदारी
ट्रंप ने कहा कि हर कोई कहता है कि मुझे युद्ध विराम की उपलब्धियों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए। लेकिन मेरे लिए असली पुरस्कार वे बेटे और बेटियां होंगे जो अपने माता-पिता के साथ बड़े होंगे क्योंकि लाखों लोग अब अंतहीन और अपमानजनक युद्धों में नहीं मारे जा रहे हैं। मुझे पुरस्कार जीतने की नहीं, बल्कि जान बचाने की परवाह है। हमने सात युद्धों में लाखों लोगों की जान बचाई।
खुद के कार्यकाल की तारीफ की
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था सबसे मजबूत है। हमारी सीमाएं सबसे मजबूत हैं। सेना सबसे मजबूत है और दोस्ती मजबूत है। ट्रंप ने कहा कि यह अमेरिका स्वर्णिम युग है। उन्होंने कहा कि अमेरिका व्यापार करने के लिए पृथ्वी पर सबसे अच्छा देश है।