ट्रंप प्रशासन का कड़ा झटका: 85,000 वीजा रद्द, H-1B आवेदकों के इंटरव्यू मार्च 2025 तक टले — नई 'सोशल मीडिया वेटिंग' नीति से बढ़ी मुश्किलें
अमेरिका में वीजा नीति को लेकर ट्रंप प्रशासन लगातार सख्ती दिखा रहा है। जनवरी 2025 से अब तक 85,000 से ज्यादा वीजा रद्द किए जा चुके हैं। इसी बीच नई सोशल मीडिया वेटिंग नीति ने खासकर भारत में H-1B वीजा आवेदकों के लिए बड़ी समस्या खड़ी कर दी है, जिसके कारण कई इंटरव्यू मार्च 2025 तक स्थगित कर दिए गए हैं।

अमेरिकी दूतावास ने वीजा अपॉइंटमेंट रद्द होने पर नई तारीख उपलब्ध कराने की बात कही है, साथ ही चेतावनी भी दी है कि पुरानी अपॉइंटमेंट डेट पर पहुंचने वाले आवेदकों को एंट्री नहीं मिलेगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिसंबर के अंत तक होने वाले कई इंटरव्यू अगले साल मार्च तक खिसका दिए गए हैं।
H-1B वीजा पर बढ़ती निगरानी
ट्रंप प्रशासन पहले भी H-1B पर कई बड़े कदम उठा चुका है।
- सितंबर में नए H-1B वीजा पर $1,00,000 (लगभग ₹88 लाख) का भारी शुल्क लगाया गया था।
- कुछ देशों से आने वाले लोगों के ग्रीन कार्ड, नागरिकता व अन्य इमीग्रेशन आवेदन भी रोक दिए गए हैं।
85,000 वीजा क्यों रद्द हुए?
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, जनवरी 2025 से अब तक
- कुल 85,000+ वीजा रद्द,
- इनमें 8,000 से ज्यादा छात्र वीजा शामिल।
मुख्य कारण रहे—
- शराब पीकर गाड़ी चलाना (DUI)
- चोरी
- हमला
- हिंसक घटनाओं पर ‘जश्न’ मनाना
- गाजा संघर्ष से जुड़े प्रदर्शन
अमेरिका ने अगस्त 2025 में यह योजना भी घोषित की थी कि अब 5.5 करोड़ वीजा धारकों की लगातार निगरानी की जाएगी—यानी वीजा मिलने के बाद भी आपकी सारी गतिविधियों पर नजर रहेगी।
कुल मिलाकर, ट्रंप प्रशासन की नई नीतियाँ भारतीय H-1B आवेदकों के लिए अमेरिकी वीजा प्रक्रिया को पहले से कहीं ज्यादा कठिन बना रही हैं।
ट्रंप प्रशासन का कड़ा झटका: 85,000 वीजा रद्द, H-1B आवेदकों के इंटरव्यू मार्च 2025 तक टले — नई 'सोशल मीडिया वेटिंग' नीति से बढ़ी मुश्किलें
अमेरिका में वीजा नीति को लेकर ट्रंप प्रशासन लगातार सख्ती दिखा रहा है। जनवरी 2025 से अब तक 85,000 से ज्यादा वीजा रद्द किए जा चुके हैं। इसी बीच नई सोशल मीडिया वेटिंग नीति ने खासकर भारत में H-1B वीजा आवेदकों के लिए बड़ी समस्या खड़ी कर दी है, जिसके कारण कई इंटरव्यू मार्च 2025 तक स्थगित कर दिए गए हैं।
अमेरिकी दूतावास ने वीजा अपॉइंटमेंट रद्द होने पर नई तारीख उपलब्ध कराने की बात कही है, साथ ही चेतावनी भी दी है कि पुरानी अपॉइंटमेंट डेट पर पहुंचने वाले आवेदकों को एंट्री नहीं मिलेगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिसंबर के अंत तक होने वाले कई इंटरव्यू अगले साल मार्च तक खिसका दिए गए हैं।
H-1B वीजा पर बढ़ती निगरानी
ट्रंप प्रशासन पहले भी H-1B पर कई बड़े कदम उठा चुका है।
सितंबर में नए H-1B वीजा पर $1,00,000 (लगभग ₹88 लाख) का भारी शुल्क लगाया गया था।
कुछ देशों से आने वाले लोगों के ग्रीन कार्ड, नागरिकता व अन्य इमीग्रेशन आवेदन भी रोक दिए गए हैं।
85,000 वीजा क्यों रद्द हुए?
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, जनवरी 2025 से अब तक
कुल 85,000+ वीजा रद्द,
इनमें 8,000 से ज्यादा छात्र वीजा शामिल।
मुख्य कारण रहे—
शराब पीकर गाड़ी चलाना (DUI)
चोरी
हमला
हिंसक घटनाओं पर ‘जश्न’ मनाना
गाजा संघर्ष से जुड़े प्रदर्शन
अमेरिका ने अगस्त 2025 में यह योजना भी घोषित की थी कि अब 5.5 करोड़ वीजा धारकों की लगातार निगरानी की जाएगी—यानी वीजा मिलने के बाद भी आपकी सारी गतिविधियों पर नजर रहेगी।
कुल मिलाकर, ट्रंप प्रशासन की नई नीतियाँ भारतीय H-1B आवेदकों के लिए अमेरिकी वीजा प्रक्रिया को पहले से कहीं ज्यादा कठिन बना रही हैं।