देवी अहिल्या संस्था के अध्यक्ष विमल अजमेरा ने अयोध्यापुरी में परिवार के नाम पर हथिया रखे हैं छह प्लॉट, पुलिस तक पहुंची शिकायत.


इंदौर। देवी अहिल्या श्रमिक कामगार सहकारी संस्था मर्यादित के अध्यक्ष विमल अजमेरा फर्जीवाड़े में इतने माहिर हैं कि अयोध्यापुरी कॉलोनी में ही अपने परिवार के नाम पर छह प्लॉट हथिया रखे हैं। इसकी शिकायत कमिश्नर, कलेक्टर, सहकारिता से लेकर पुलिस तक में हुई है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
उल्लेखनीय है कि सहकारिता विभाग और प्रशासन की सख्ती के बाद भी देवी अहिल्या संस्था के अध्यक्ष अयोध्यापुरी और महालक्ष्मी नगर की वरीयता सूची फाइनल नहीं कर पा रहे हैं। इसका कारण दोनों ही कॉलोनियों में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा है। संस्था के एक सदस्य वैभव पिता ओमप्रकाश ने एमआईजी थाना प्रभारी को एक शिकायती आवेदन दिया है। इसकी प्रतिलिपि कमिश्नर, कलेक्टर, सहकारिता विभाग तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी भेजी है। इसमें कहा गया है कि विमल अजमेरा, उनकी पत्नी, पुत्रगण एवं उनकी पुत्रवधुओं के विरुद्ध संस्था के तत्कालीन अध्यक्ष एवं प्रबंधक से सांठगांठ कर संस्था की भूमि हड़पने के आरोप में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए।
फर्जी नाम और पते का किया इस्तेमाल
- विमल कुमार अजमेरा द्वारा सदस्यता क्रमांक 5599 के आधार पर संस्था की अयोध्यापुरी कॉलोनी में भूखंड क्रमांक 78 की रजिस्ट्री अपने नाम पर कर ली गई है।
-इसके बाद उनकी पत्नी मंजू पति विमल अजमेरा के स्थान पर मंजू पिता चांदमल गोधा जैन निवासी 87 एम आई जी कॉलोनी के नाम से सदस्यता प्राप्त कर भूखंड क्रमांक 79 की रजिस्ट्री करा ली गई।
- विमल अजमेरा के पुत्र वितुल कुमार अजमेरा द्वारा भी अयोध्यापुरी कॉलोनी में भूखंड क्रमांक 75 अपने नाम पर रजिस्ट्री करने के बाद उनकी पत्नी स्वाति अजमेरा के स्थान पर स्वाति पिता विनोद जैन बताकर अन्य पत्ते से स्वाति अजमेरा के नाम पर भी भूखंड क्रमांक 76 की रजिस्ट्री करा ली गई।
- विमल कुमार अजमेरा के दूसरे पुत्र रितुल कुमार अजमेरा जो कि विमल अजमेरा के साथ ही रहते हैं, उनके द्वारा असत्य पता बता कर संस्था में सदस्यता प्राप्त कर भूखंड क्रमांक 77 की रजिस्ट्री करा ली गई। इसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी प्रीति पति रितुल अजमेरा के स्थान पर प्रीति पिता महेंद्र जैन के नाम से संस्था की सदस्यता प्राप्त कर भूखंड क्रमांक 80 की रजिस्ट्री करवाई गई ।
पत्नी ने कहा-रजिस्ट्री के समय तलाक ले लिया था
शिकायत में कहा गया है कि विमल अजमेरा, उनकी पत्नी मंजू अजमेरा, विमल अजमेर के दोनों पुत्र वितुल अजमेर एवं रितुल अजमेरा तथा उनकी पत्नियों स्वाति अजमेरा एवं प्रीति अजमेरा द्वारा फर्जी नाम पता बताकर संस्था की अयोध्यापुरी कॉलोनी में अवैध रूप से 6 भूखंडों का पंजीयन कराया गया है। विमल अजमेरा की पत्नी मंजू अजमेरा द्वारा जांच दल के समक्ष इस आशय का शपथ पत्र प्रस्तुत किया है कि भूखंड की रजिस्ट्री के समय उनके पति से विवाद होने के कारण उन्होंने तलाक ले लिया था।
साक्ष्यों के आधार पर की शिकायत
देवी अहिल्या संस्था के सदस्य वैभव पिता ओमप्रकाश शिकायत में कहा है कि हाईकोर्ट के आदेश पर कलेक्टर द्वारा गठित जांच कमेटी ने जो सदस्यता सूची सौंपी है, उसके आधार पर ही शिकायत की जा रही है। शिकायत में विमल अजमेरा, उनकी पत्नी, बेटों और बहुओं के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करने की मांग की गई है। सूत्र बताते हैं कि कई बार पुलिस ने इस संबंध में अजमेरा को नोटिस भेजा है, लेकिन वे बीमारी का बहाना बनाकर मामले को टालने की कोशिश करते रहे हैं।