माफ करना सड़कों, बिना गड्ढे के तुम शोभा नहीं देतीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री जी ने सही ही कहा है-जब तक सड़कें हैं, तब तक गड्ढे रहेंगे.


मध्यप्रदेश की सड़कों पर हुए गड्ढों को लेकर लोग बेकार ही सरकार को कोसते रहते हैं। समोसे में आलू की तरह जब तक सड़कें हैं, तब तक गड्ढे रहेंगे। हमारे पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने यही तो बात कही है।
अब भला जनता को भी कौन समझाए। निकल पड़ते हैं सड़कों के गड्ढे गिनने। सड़कों पर निकलते ही क्यों हो? यही बात तो एनएचआई ने हाईकोर्ट में कही थी, जब इंदौर-देवास रोड पर जाम लग रहा था। तब तो तुम बुरा ही मान गए थे। एनचएचआई ने सिर्फ इतना ही तो कहा था कि लोग सड़कों पर निकल पड़ते हैं और तुम सवाल पूछने लगे थे कि सड़कें आखिर निकलने के लिए ही तो बनीं हैं।
प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह के क्लीन चिट के बाद तो आपको कुछ कहने का हक ही नहीं बनता है। अगर इसके बाद भी कहा तो या तो आप कांग्रेसी हो या देश के दुश्मन, जिसे विकास पसंद नहीं है। मंत्री राकेश सिंह का कहना है कि अभी ऐसी कोई तकनीक नहीं आई है, जिसके आधार पर कह सकें कि ऐसी सड़क बनाएंगे जिस पर कभी गड्ढा होगा ही नहीं। जब तक सड़कें रहेंगी तब तक गड्ढे होते रहेंगे। मंत्री जी ने कहा कि मुझे ध्यान में नहीं आता कि दुनिया में कोई ऐसी सड़क भी है, जिसमें गड्ढा होता ही नहीं। ऐसी कोई तकनीक अभी पीडब्ल्यूडी के ध्यान में नहीं आई है। अब मंत्रीजी ने कहा है तो सही ही होगा। अपन जैसे आम लोगों की औकात तो है नहीं कि दुनिया घूम आएं, मंत्री जी ने जरूर पूरी दुनिया को देखा होगा। अगर बुरा न मानें तो मंत्रीजी को बता दूं कि इंदौर में भी कुछ ऐसी सड़कें हैं जो वर्षों से खराब नहीं हुई हैं यानी गड्डे महाराज ने उसमें घुसपैठ की कोशिश नहीं की है। अगर मैं गलत नहीं हूं तो यशवंत निवास रोड और रेसकोर्स रोड का नाम लिया जा सकता है। कहा तो यही जाता है कि जब तक नगर निगम ने पाइपलाइन के लिए इसमें गड्ढे नहीं किए, तब तक गड्ढे नहीं हुए थे।
अरे भाई, जब तक गड्ढे नहीं होंगे, सड़कों का अस्तित्व ही क्या? गड्ढे नहीं होंगे तो वे फिर कैसे बनेंगी? मरम्मत कैसे होगी? पीडब्ल्यूडी का इतना बड़ा अमला, सड़कों की लंबाई जितना बजट बेकार नहीं हो जाएगा। और अगर सड़कें बनाने का काम पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों के पास नहीं बचा तो वे भोपाल के ऐशबाग आरओबी की तरह 90 डिग्री एंगल वाले ब्रिज बनाने में दिमाग खपाते रहेंगे। याद है, इस ब्रिज के कारण पूरे देश में मध्यप्रदेश की बदनामी हुई थी। तब जाकर सीएम ने सख्त एक्शन लिया और पीडब्ल्यूडी के आठ कलाकारों पर कार्रवाई हुई।
तो भिया, अब से सड़कों के गड्ढों को कोसना बंद। मैं तो कर ही रहा हूं, हो सके तो आप भी कर लो। सरकार का आदेश है भाई।
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