अनिल अंबानी से जुड़े केस में इंदौर के पाथ ग्रुप पर ईडी का छापा, समझौतों की आड़ में करोड़ों रुपए की राशि इधर-उधर करने की आशंका.


इंदौर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार सुबह इंदौर के पाथ इंडिया ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी की टीम पाथ ग्रुप के कार्यालय और निदेशकों के आवासों पर पर जांच कर रही है। बताया जाता है कि यह मामला अनिल अंबानी से जुड़ा है।
उल्लेखनीय है कि पाथ ग्रुप के एमडी नितिन अग्रवाल हैं। निपुण अग्रवाल, सक्षम अग्रवाल, नीति अग्रवाल और संतोष अग्रवाल इस कंपनी में डायरेक्टर हैं। आशीष अग्रवाल और आदित्य उपाध्याय इंडिपेंडेंट डायरेक्टर हैं। बताया जाता है कि ईडी को जानकारी मिली थी कि अनिल अंबानी की एक कंपनी और पाथ ग्रुप के बीच कई निर्माण कार्यों को लेकर समझौते हुए हैं। इन समझौतों की आड़ में करोड़ों रुपए की राशि इधर-उधर करने की आशंका है। ईडी की टीम ने मंगलवार को पाथ ग्रुप के अलग-अलग ठिकानों से दस्तावेज, कंप्यूटर और डिजिटल डिवाइस जब्त किए हैं। वहीं दावा किया जा रहा है कि जांच के दौरान बड़े पैमाने पर हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ रिकॉर्ड ईडी के हाथ लगे हैं। इससे बड़ा खुलासा होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि अभी जांच चल रही है
आयकर के छापे में भी मिली थी गड़बड़ी
उल्लेखनीय है कि कुछ साल पहले भी पाथ ग्रुप आयकर विभाग ने भी छापा मारा था। उस समय राजस्थान में एक हाईवे निर्माण परियोजना का ठेका अनिल अंबानी की कंपनी को मिला था, जिसे पाथ ग्रुप को पेटी कॉन्ट्रैक्ट के तौर पर सौंपा गया। इस प्रोजेक्ट को लेकर दो अलग-अलग अनुबंध बनाए गए थे। एक आधिकारिक और दूसरा गोपनीय। सूत्रों के अनुसार, इस गुप्त करार में यह प्रावधान था कि कंपनी को मिलने वाली अतिरिक्त राशि को अन्य कंपनियों के माध्यम से शिफ्ट किया जाएगा। आयकर विभाग की जांच में यह भी सामने आया था कि इस राशि को देशभर की अलग-अलग कंपनियों से ट्रांसफर किया गया और फिर यह पैसा दुबई के माध्यम से दोबारा भारत में लाया गया। इन लेन-देन से लाभ उठाने वाली कंपनियों के तार अनिल अंबानी के ग्रुप से जुड़े हुए पाए गए थे।