देवी अहिल्या सहकारी संस्था के अध्यक्ष विमल अजमेरा को फिर पड़ी फटकार, तीन दिन में पात्र-अपात्र सदस्यों की सूची सौंपने के आदेश.


इंदौर। अयोध्यापुरी और महालक्ष्मीनगर के पात्र-अपात्र सदस्यों की सूची नहीं सौंपने पर देवी अहिल्या श्रमिक कामगार सहकारी संस्था के अध्यक्ष विमल अजमेरा को सोमवार 18 अगस्त को एक बार फिर फटकार पड़ी है। कलेक्टर कार्यालय में हुई बैठक में अपर कलेक्टर गौरव बैनल ने अजमेरा को फटकार लगाते हुए कहा कि तीन दिन के अंदर यानी 21 अगस्त तक हर हाल में पात्र-अपात्र सदस्यों की सूची सहकारिता विभाग में सौंप दें।
उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट के आदेश पर कलेक्टर द्वारा गठित समिति ने विमल अजमेरा को पात्र सदस्यों की सूची पिछले साल ही भेज दी थी। अजमेरा और उनके संचालक मंडल को इसे वेरिफाई कर विभाग में भेजना था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इसके बाद सहकारिता विभाग ने उन्हें नोटिस भेजा, लेकिन फिर भी कोई असर नहीं पड़ा। इसके बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने 22 जून को एक बैठक बुलाकर अजमेरा को जमकर फटकार लगाते हुए 15 दिन में सूची वेरिफाई कर नहीं भेजने पर एफआईआर की चेतावनी दी थी। इसके बाद कई बैठकें हो गईं लेकिन सूची नहीं मिली।
अपर कलेक्टर ने कहा दो ही सूची बनाओ
सोमवार को हुई बैठक में जब अपर कलेक्टर गौरव बैनल ने देवी अहिल्या संस्था के अध्यक्ष विमल अजमेरा से सूची मांगी तो वे अयोध्यापुरी की वही पुरानी सूची देने लगे। इस पर सहकारिता विभाग के उपायुक्त जीएस परिहार ने कहा कि इसमें काफी गड़बड़ है। इस पर अपर कलेक्टर ने कहा कि आप दो ही लिस्ट तैयार करो। इनमें से एक में पात्र सदस्यों के नाम हों और दूसरे में अपात्र सदस्यों के नाम। बैनल ने सबकुछ क्लियर करके तीन दिन के अंदर गुरुवार 21 अगस्त को सूची सहकारिता विभाग में सौंपने के आदेश दिए।
बैनल ने बताया अयोध्यापुरी के प्लॉटों का हिसाब
अपर कलेक्टर गौरव बैनल ने कहा कि अयोध्यापुरी में 56 प्लॉट खाली हैं और 103 अपात्र सदस्यों की रजिस्ट्री निरस्त करानी है। इस तरह 159 प्लॉट खाली हो जाएंगे, जबकि 125 पात्र सदस्यों को ही प्लॉट देना है। बैनल ने कहा कि कम से कम 56 खाली प्लॉट तो सदस्यों को बांट देते। इस पर विमल अजमेरा ने कहा कि काफी संख्या में अतिक्रमण है, फिर अपर कलेक्टर ने कहा कि सारे अतिक्रमण हटा देंगे।
कोर्ट में केस लगाने के मामले में झूठ बोला
कलेक्टर आशीष सिंह ने 22 जुलाई को हुई बैठक में देवी अहिल्या संस्था के अध्यक्ष विमल अजमेरा और उपाध्यक्ष मनोज काला को अपात्र सदस्यों की रजिस्ट्री निरस्त कराने के लिए कोर्ट में केस लगाने को कहा था। आज की बैठक में जब अपर कलेक्टर बैनल ने अजमेरा से इस संबंध में पूछा तो उन्होंने कहा कि केस लगा दिया है। जब कागज मांगा तो कहा कि वकील के पास है। फिर वकील से बात की गई तो पता चला कि एक भी केस अब तक नहीं लगा है। वकील ने कहा कि सर्टिफाइड कॉपी निकाल रहे हैं, फिर केस लगा देंगे। इस पर बैनल ने अजमेरा से कहा कि आज ही शाम तक सहकारिता विभाग में सूची सौंपे कि कितने अपात्र रजिस्ट्री को निरस्त कराने के लिए केस लगा रहे हैं।
अजमेरा ने कहा-कुछ लोग पात्र हो जाएंगे
केस लगाने की चर्चा के बीच अजमेरा ने कहा कि कोर्ट में जाने के बाद कुछ लोग पात्र भी हो सकते हैं। इस पर बैनल ने कहा कि आप लोगों को मौका क्यों दे रहो कि वे नकली कागज बनाकर पेश कर देंगे। आप तो केस लगाओ हम कागज चेक करा लेंगे। जो पात्र होगा, वह पात्र ही रहेगा। बैठक में सहकारिता विभाग के डीआर मनोज जायसवाल सहित अन्य अधिकारी और देवी अहिल्या संस्था के कई संचालक मौजूद थे।
बैठक की जानकारी भी संचालकों से छुपाई
सहकारिता विभाग ने 14 अगस्त को आज के बैठक की जानकारी पत्र और कॉल के माध्यम से विमल अजमेरा को भेजी थी, लेकिन उन्होंने संस्था के अन्य संचालकों से यह बात छुपा ली। जब कुछ संचालकों को पता चला तो वे भी बैठक में आ गए। अजमेरा से इस संबंध में पूछा तो वे पत्र या सूचना देने की बात से साफ इनकार कर गए।