लोक आस्था का महापर्व छठ आज से शुरू — नहाय खाय के साथ हुई शुभ शुरुआत.
लोक आस्था का महापर्व छठ आज से शुरू — नहाय खाय के साथ हुई शुभ शुरुआत
लोक आस्था का सबसे पवित्र और महान पर्व छठ आज से ‘नहाय-खाय’ के साथ प्रारंभ हो गया। इस चार दिवसीय महापर्व में श्रद्धालु सूर्य देव और छठी मैया की पूजा-अर्चना कर सुख, समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना करते हैं।
चार दिवसीय छठ पर्व की क्रमवार परंपरा
छठ महापर्व की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से होती है।
भक्ति, पवित्रता और अनुशासन का पर्व
छठ व्रत को सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है, क्योंकि इसमें व्रती लगातार 36 घंटे तक निर्जला उपवास रखते हैं।
यह पर्व भक्ति, पवित्रता और अनुशासन का प्रतीक है। छठ मैया की आराधना में पूर्ण समर्पण और आत्मसंयम का विशेष महत्व है।
सूर्य उपासना और प्रकृति के प्रति आस्था
छठ महापर्व प्रकृति और सूर्य देव की उपासना का प्रतीक है।
यह पर्व इस विश्वास को मजबूत करता है कि —जिसका अंत है, उसका उदय भी निश्चित है।”
बिहार और पूर्वांचल में उमड़ी श्रद्धा की लहर
पटना समेत बिहार और पूर्वांचल के सभी जिलों में छठ की तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं। घाटों की सफाई, सुरक्षा व्यवस्था और प्रकाश की व्यवस्था के साथ श्रद्धालु पूरी श्रद्धा से पर्व में जुट गए हैं।
छठ न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि लोक संस्कृति, आस्था और सामाजिक एकता का अद्भुत प्रतीक भी है।