राजा के हत्या के आरोपियों को स्पॉट पर ले गई शिलांग पुलिस, सोनम के इशारे के बाद आरोपियों ने राजा पर किया था वार.


इंदौर। राजा रघुवंशी की हत्या में गिरफ्तार आरोपियों को शिलांग पुलिस मंगलवार को हत्या वाली जगह ले गई। सोहरा के वेई सावडोंग फॉल्स पर क्राइम सीन रीक्रिएट किया गया। शिलांग पुलिस के अनुसार सोनम ने राजा पर हमला करने का इशारा किया। इसके बाद विशाल उर्फ विक्की ने दोनों हाथों से वार कर दिया।
पूर्वी खासी हिल्स एसपी विवेक स्येम ने बताया कि घटना के वक्त सोनम सामने थी, राजा उसके पीछे था। विशाल राजा की दाईं तरफ था और आकाश उसके पीछे बायीं तरफ था। आनंद भी राजा की बायीं तरफ था। इसी समय विशाल ने राजा के सिर पर वार किया। राजा को मारा गया और खून निकलने लगा, तो सोनम वहां से दूर चली गई और कहा- फिनिश द जॉब... ये सुनते ही आनंद और आकाश ने वार किए। तीनों आरोपियों ने शव को नीचे फेंक दिया।
राजा के सिर पर तीन वार
स्येम ने बताया कि राजा के सिर पर तीन वार किए गए। पहला विशाल ने, दूसरा आनंद ने और आखिरी वार आकाश ने किया। हालांकि, आकाश का वार बहुत तेज नहीं थी। राजा की मौत तो शुरू के दो वार में ही हो चुकी थी।
सभी एंगल से कर रहे है जांच
मेघालय की डीजीपी इदाशीशा नोंग्रांग ने कहा कि जांच अधिकारी हत्या का कारण केवल लव ट्राएंगल ही नहीं मान रहे हैं। यह असामान्य है कि शादी के कुछ दिनों के भीतर ही सोनम अपने पति के प्रति इतनी दुश्मनी पैदा कर ले। हम इस हत्या के सभी संभावित एंगल की जांच कर रहे हैं। हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं। डीजीपी ने बताया कि सोनम ने पति की हत्या की साजिश में शामिल होने की बात कबूल कर ली है। एसआईटी ने असम और कुछ अन्य राज्यों की पुलिस से सहायता मांगी है, जहां आरोपी हत्या करने से पहले और बाद में रहे हैं।
शिलांग पुलिस की टीम इंदौर आई
शिलांग पुलिस की एक टीम इंदौर में है। सोनम फरारी के दौरान जिस फ्लैट में रुकी थी, उस फ्लैट की तलाशी ली गई। वहां कुछ बरामद नहीं हुआ। अभी टीम वही रहेगी और सोनम और बाकी आरोपियों के परिवार से पूछताछ करेगी? सोनम ने 7 जून को फ्लैट छोड़ दिया था। तब उसने फ्लैट में रुकने के सबूत भी मिटा दिए थे। पुलिस जब पहुंची तो वहां कुछ कपड़े व बर्तन मिले। पुलिस को अभी तक सोनम के दोनो मोबाइल, राजा के गहने नहीं मिले है। सोनम ने दोनो फोन और सिम तोड़ दी थी। वह राज का दिया फोन इस्तेमाल कर रही थी। पुलिस को वह फोन भी नहीं मिला है। इंदौर से गाजीपुर तक वह बगैर फोन के गई थी।