राजा रघुवंशी हत्याकांड: आखिर कैसे जुड़ी शिलांग से गाजीपुर तक की कड़ी, मेघालय पुलिस ने बताई सोनम तक पहुंचने की कहानी.


इंदौर। इंदौर से शिलांग हनीमून पर जाकर अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या करवाने वाली सोनम तक आखिर शिलांग पुलिस कैसे पहुंची, इस रहस्य से पर्दा उठ गया है। शिलांग पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़कर सोनम तक पहुंचने की पूरी कहानी बताई है।
राजा रघुवंशी की हत्या के केस पर खुलासा करते हुए ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने कहा बताया कि शुरुआत में उन्हें शक भी नहीं हुआ कि ये हत्या है। उन्होंने कहा कि हम कपल की तलाश कर रहे थे। हमने गुमशुदगी की रिपोर्ट देखी, लेकिन कोई नहीं मिला। राजा रघुवंशी का शव 2 जून को मिला, जिसके बाद एसआईटी का गठन किया गया और जांच शुरू हुई। 7 दिनों में एसआईटी ने पर्याप्त सबूत जुटाए और वहां जाकर अपराधियों तक पहुंच बनाई। उन्होंने कहा कि अगर हम आज इस मामले के डॉट से डॉट जोड़ते हैं तो प्रारंभिक जांच से पता चलेगा कि इस मामले में पूरा मकसद क्या था और अपराध को कैसे अंजाम दिया गया।
वापसी का टिकट नहीं कराने से बढ़ी शंका
राजा की मां ने बताया कि सोनम ने ही हनीमून का प्लान बनाया था और उसी ने टिकट बुक की थी। हालांकि, पुलिस को एक कड़ी ये भी मिली कि सोनम ने जाने की टिकट तो बुक करवाई थी, लेकिन वापसी की टिकट नहीं बुक करवाई। सोनम की गिरफ्तारी के बाद कई खुलासे हुए हैं
सबसे पहले ललितपुर से आकाश को पकड़ा
पुलिस ने बताया कि मामले में सबसे पहले ललितपुर के 19 वर्षीय आकाश राजपूत को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद इंदौर के 22 साल के विशाल सिंह चौहान और फिर 21 वर्ष के राज सिंह कुशवाह को पकड़ा गया। आज सोनम रघुवंशी ने गाजीपुर में सरेंडर कर दिया और दोपहर में सागर जिले से एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
साथियों के गिरफ्तार होते ही किया सरेंडर
शिलांग पुलिस को कॉल डिटेल और शिलांग में सोनम और राजा के साथ नजर आने वाले तीन पर्यटकों का पता चला। हत्यारे जहां रुके थे, वहां से उनकी जानकारी एकत्र की और सारी जानकारी इंदौर पुलिस से साझा की। क्राइम ब्रांच ने शाम तक पूरा जाल बिछाया और रात को इंदौर से विक्की उर्फ विशाल चौहान, राज कुशवाह और आकाश राजपूत को गिरफ्तार कर लिया। सोनम रघुवंशी हत्यारों के संपर्क में थी, जैसे ही उसे पता चला कि हत्या में शामिल तीनों साथी गिरफ्तार हो चुके हैं तो फिर उसके पास भी सरेंडर होने के सिवा कोई चार नहीं बचा। 16 दिन तक लापता रहने वाली सोनम अचानक रात को गाजीपुर पहुंची और रात एक बजे अपने भाई गोविंद को कॉल कर गाजीपुर में होने की जानकारी दी। इसके बाद भाई ने यूपी पुलिस से संपर्क किया और सोनम को ढाबे से पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया।
इस तरह सोनम पर शक पुख्ता हुआ
23 मई को सोनम ने अपनी सास से चर्चा की। दोपहर के बाद तीनों फोन अचानक बंद हो गए। राजा और सोनम के फोन अचानक बंद होना कई सवाोल खड़े कर रहा था। जिसे पुलिस ने जांच में लिया। सोनम शादी से पहले और बाद में घंटों तक राज कुशवाह से बात करती थी। राज सोनम के भाई की फर्म में अकाउंटेंट है। उसकी कॉल डिटेल से पुलिस को शंका हुई और मेघालय पुलिस ने इंदौर पुलिस को उनकी जानकारी दी।
राजा के शव के पास मिला हथियार
हत्या के बाद हथियार भी राजा के शव के पास मिला। यदि हत्यारों को सोनम को मारना होता तो उसी हथियार का उपयोग करते। इससे पुलिस अफसरों को यह पता चल गया कि सोनम की हत्या नहीं हुई है। वह लापता है। उसके दोनो फोन सर्विलांस पर थे, लेकिन हत्या के बाद सोनम ने दोनो फोन का इस्तेमाल नहीं किया। इससे उसकी लोकेशन का पता चल सकता था। सोनम ने ही गुवाहटी के लिए प्लेन के टिकट बुक कराए थे। उनसे ही पूरी प्लानिंग की थी, लेकिन वापसी के टिकट नहीं बुक कराए थे। यह तथ्य भी कई सवाल खड़े कर रहा था।
सोनम के पिता की फर्म में अकाउंटेंट है राज
राज कुशवाहा सोनम के पिता की फर्म में काम करता था। सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी की प्लाईवुड की फर्म थी। राज यहां अकाउंट संभालता था। इस हत्याकांड के पीछे सोनम और राज कुशवाह का अफेयर की बात सामने आ रही है। दरअसल सोनम भी अपने पिता और भाई के कारोबार में मदद करती थी। वहीं उसका मेलजोल राज कुशवाहा से बढ़ा जो प्यार में बदल गया। परिवार के लोग सोनम की शादी समाज में ही करना चाहते थे। वह अपने परिवार के खिलाफ नहीं जाना चाहती थी, लेकिन शादी होते ही उसने राजा को रास्ते से हटाने का प्लान भी बना लिया था।
10 लाख के गहने पहनकर निकला था राजा
बताया जाता है कि सोनम के कहने पर ही राजा घर से करीब 10 लाख रुपये के गहने पहनकर गया था। सोनम अपने माता-पिता के घर से सीधा एयरपोर्ट गईं, जबकि राजा रघुवंशी अपने घर से 10 लाख रुपये से अधिक के सोने के आभूषण पहनकर निकले, जिसमें एक हीरे की अंगूठी, एक चेन और एक ब्रेसलेट शामिल था।
The property, complete with 30-seat screening from room, a 100-seat amphitheater and a swimming pond with sandy shower…
Post Comments
Subash Chandra
We’ve invested every aspect of how we serve our users over the past Pellentesque rutrum ante in nulla suscipit, vel posuere leo tristique.
Subash Chandra
We’ve invested every aspect of how we serve our users over the past Pellentesque rutrum ante in nulla suscipit, vel posuere leo tristique.
Subash Chandra
We’ve invested every aspect of how we serve our users over the past Pellentesque rutrum ante in nulla suscipit, vel posuere leo tristique.
Subash Chandra
We’ve invested every aspect of how we serve our users over the past Pellentesque rutrum ante in nulla suscipit, vel posuere leo tristique.