बिजली कंपनी के एमडी साहब! अब तो पूरी सरकार इंदौर में, सड़कों पर निकलेंगे मंत्री, बिजली तो नहीं जाएगी?.


इंदौर। मध्यप्रदेश कैबिनेट की बैठक कल यानी मंगलवार को राजवाड़ा में होनेवाली है। सारी तैयारियां हो गई हैं। पूरा मंत्रिमंडल आज रात से ही इंदौर में रहेगा। सीएम सहित मंत्री कई कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे, इंदौर की सड़कों से भी निकलेंगे। अधिकारी जुटे हुए हैं, लेकिन जनता के मन में बिजली को लेकर यह सवाल है कि क्या आज और कल इंदौर में बिजली नहीं जाएगी? क्या बिजली कंपनी मंत्रिमंडल के इंदौर आगमन की खुशी में जनता से त्राहि-त्राहि नहीं करवाएगी? अगर बुरा लगे तो लगे, लेकिन बिजली कंपनी के एमडी अनूप कुमार सिंह साहब, माफ करना आपने बिजली के मामले में इंदौर की हालत दिग्विजय सिंह के कार्यकाल से भी बदतर कर दी है। वह भी तब जब इस जिले के प्रभारी खुद मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव हैं।
मध्यप्रदेश की व्यावसायिक राजधानी, सबसे ज्यादा टैक्स देने वाला जिला, सबसे ज्यादा कमर्शियल और औद्योगिक गतिविधि वाला जिला इंदौर इन दिनों बिजली कंपनी की घोर लापरवाही से त्रस्त है। थोड़ी सी तेज हवा चली कि बिजली गुल और कब तक गुल कोई ठिकाना नहीं। व्यापार चौपट, भरी गर्मी में लोग त्रस्त, फिर भी कोई शिकायत सुनने वाला नहीं। सैकड़ों बार कॉल सेंटर का फोन लगाने पर कोई उठाने वाला नहीं होता। कोई यह बताने को तैयार नहीं होता कि आखिर बिजली कब आएगी।
अगर हवा ने ली परीक्षा तो क्या करोगे?
पिछले दिनों तेज आंधी आई, कई इलाकों में 24 घंटे से ज्यादा देर तक बिजली गायब रही। अभी शनिवार को फिर तेज हवा चली, बिजली गुल। कई इलाकों में 10-12 घंटे बाद बिजली आई भी तो वोल्टेज लो। गर्मी से त्रस्त लोग रातभर सो नहीं पाए। फ्रिज में रखा सामान खराब हो गया। पानी की मोटर नहीं चलने से टंकी में पानी नहीं चढ़ा। मोबाइल, लैपटॉप सब डिस्चार्ज, बहुमंजिला इमारतों का पावर बैकअप फेल, लेकिन इन सब बातों से बिजली कंपनी को कोई फर्क नहीं पड़ता। आज ही देखो न एमडी साहब, दोपहर करीब तीन बजे हल्की सी बारिश हुई और आपका स्वीच बंद हो गया।
शहर को पीछे ले जाने पर क्यों तुली है कंपनी?
जनता को यह बात भी समझ नहीं आ रही कि जब खुद सीएम और पूरी सरकार शहर के विकास के लिए पूरी ताकत से लगी है, तो बिजली कंपनी इंदौर को पीछे ले जाने में क्यों जुटी है? आप कहते हैं कि तेज हवा और बारिश के कारण ऐसा हुआ? एमडी साहब, आप भले ही नए आए हैं इंदौर में, प्रदेश में तो रहे हैं। कौन सा ऐसा साल होता है जब गर्मी के मौसम में तेज हवा और बारिश नहीं होती, कभी भी जनता को इतनी परेशानी नहीं हुई। अब ऐसा क्यों हो रहा है? क्या आपने या आपके अफसरों ने यह जानने की कोशिश की?
गांव से भी बदतर कर दिया है जीवन
आपको शायद शर्म नहीं आए, क्योंकि आप तो कुछ साल नौकरी करके चले जाएंगे, लेकिन आपने इंदौर की जनता का जीवन गांव से भी बदतर कर दिया है। सबसे गलत बात कि जनता की शिकायतों को कोई सुनने वाला नहीं। अगर वोल्टेज या बिजली जाने की समस्या है तो वह कई दिनों तक दूर नहीं हो रही है। और यह सब इंदौर की जनता ने इससे पहले नहीं झेला था। इतनी लापरवाही से तो यही लगता है कि आपने ठान लिया है कि इंदौर को कांग्रेस के कार्यकाल से भी बदतर स्थिति में लाना है और जनता से सिर्फ बिल वसूली के अलावा आपका कोई वास्ता नहीं।