मध्यप्रदेश के सीएम इन वेटिंग कैलाश विजयवर्गीय का एक और पब्लिसिटी स्टंट, राहुल और प्रियंका पर बयान देकर विवाद खड़ा करने की कोशिश, जब गर्दन फंसी तो देने लगे सफाई.


भोपाल। मध्यप्रदेश के सीएम इन वेटिंग बड़बोले मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अक्सर मीडिया की नजरों में बने रहने के लिए विवादित बयान देते रहते हैं। इसका उद्देश्य सिर्फ प्रचार पाना रहता है। गुरुवार को शाजापुर में उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा को लेकर विवादित बयान दिया। जब हंगामा मचा तो अब मीडिया में सफाई देते फिर रहे हैं।
मंत्री विजयवर्गीय गुरुवार को शाजापुर में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां उन्होंने कहा कि हमारे नेता प्रतिपक्ष जवान बहन को भी चौराहे पर चुंबन करते हैं, जबकि हम उस संस्कृति के लोग हैं, जहां बहन के घर का पानी तक नहीं पीते। मेरे पिताजी घर से पानी का लोटा तक लेकर जाते थे। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने आगे कहा कि मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आप में से कौन है, जो अपनी जवान बहन-बेटी को बीच चौराहे पर चुंबन करता है। ये संस्कारों का अभाव है। ये संस्कार तो विदेशी संस्कृति के हैं।
मामला बिगड़ा तो देने लगे सफाई
जब बयान पर विवाद खड़ा हुआ तो विजयवर्गीय ने आज शुक्रवार को सफाई देते हुए कहा कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। किसी रिश्ते की पवित्रता पर प्रश्न चिन्ह नहीं उठाया हूं। आप भी बीच चौराहे पर ऐसा नहीं कर सकते है। मैंने ये कहा कि विदेशों में ये चलता हमारे यहां नहीं चलता है। मेरा भाषण सुनिए, उसे टुकड़े टुकड़े में बांट देंगे तो ठीक नहीं है। मैं किसी भी रिश्ते की पवित्रता पर प्रश्न चिह्न नहीं उठा रहा हूं, भाई-बहन और पिता-बेटी का रिश्ता पवित्र होता है। मैंने केवल मर्यादा की बात की थी। विजयवर्गीय ने यहां तक कह डाला कि वे भी अपनी बहन के माथे पर चुंबन करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं रिश्ते की पवित्रता पर सवाल नहीं उठा रहा। मैंने भारतीय संस्कृति और विदेशी संस्कृति की बात की है।
पहले भी की है विवाद खड़ा करने की कोशिश
मध्यप्रदेश के सीएम इन वेटिंग विजयवर्गीय मीडिया में छाए रहने के लिए पहले भी विवाद खड़ा करने की कोशिश करते रहे हैं। अप्रैल 2023 में उन्होंने कहा था कि लड़कियां गंदे कपड़े पहनकर बाहर निकलती हैं। 15 अगस्त 2024 को उन्होंने स्वतंत्रता दिवस को लेकर बयान दिया था कि हमें कटी-फटी आज़ादी मिली। जून 2025 में उनका एक और बयान सामने आया था कि कम कपड़ों वाली लड़कियां उन्हें पसंद नहीं। इस तरह के अनेकों अवसर आए हैं, जब उन्होंने बयानों से विवाद खड़ा करने की कोशिश की है।
अपनी पार्टी के नेताओं का हमेशा किया अपमान
इंदौर में विजयवर्गीय कई बार अपनी ही पार्टी के नेताओं और जनप्रतिनिधियों का अपमान कर चुके हैं। चाहे पूर्व महापौर उमाशशि शर्मा हों या फिर कृष्णमुरारी मोघे या वर्तमान महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विजयवर्गीय सार्वजनिक मंच से अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। हाल ही में खजराना गणेश मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में विजयवर्गीय ने सीएम डॉ.मोहन यादव के सामने भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक महेंद्र हार्डिया का अपमान किया था।