भाजपा की नई चौकड़ी ने फिर दिखाई ताकत, निर्भय सिंह पटेल की याद में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे सीएम, सुमित मिश्रा ने संचालन कर सबको चौंकाया.


इंदौर। भाजपा इंदौर में बनी नई राजनीतिक चौकड़ी ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखा दी है। पहले से तय नहीं होने के बावजूद सीएम डॉ.मोहन यादव देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में स्व.निर्भय सिंह पटेल की याद में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम के लिए एयरपोर्ट पर भाजपा की नई चौकड़ी ने निवेदन किया था।
उल्लेखनीय है कि भाजपा की इस नई चौकड़ी में विधायक मनोज पटेल, पूर्व नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, हिन्द रक्षक संगठन के एकलव्य सिंह गौड़ और अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर शामिल हैं। शहर में रणदिवे, गौड़ और सोनकर की तिकड़ी सक्रिय है। पिछले दिनों कई कार्यक्रमों ये तीनों न केवल साथ गए, बल्कि साथ बैठे भी। इनकी सक्रियता से भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेता जले-भुने भी बैठे हैं, लेकिन यह तिकड़ी रुकने का नाम नहीं ले रही।
सीएम ने हर बार मानी चौकड़ी की बात
जब से यह चौकड़ी सक्रिय है, तब से सीएम भी इनकी बात नहीं टाल रहे। सबसे पहले हिन्द रक्षक संगठन की फाग यात्रा में एकलव्य सिंह गौड़ कई नेताओं के न चाहते हुए भी सीएम को ले आए। अभी कुछ दिनों पहले ही जब सीएम इंदौर आए थे, तो इसी चौकड़ी के गौरव रणदिवे सीएम को गोगादेव मंदिर ले गए थे। एयरपोर्ट से लेकर गांधी हॉल तक कुछ वरिष्ठ नेता इस कोशिश में लगे रहे कि सीएम गोगादेव मंदिर न जाएं, लेकिन सीएम ने चौकड़ी की सुनी। इसके बाद विधायक मनोज पटेल सीएम को अपने कार्यक्रम में ले आए।
नगर अध्यक्ष मिश्रा ने भी सबको चौंकाया
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदोला के खास माने जाने वाले नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा ने आज सबको चौंका दिया। मनोज पटेल के पिता स्व.निर्भय सिंह पटेल की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम का संचालन सुमित मिश्रा को करता देख सबको हैरानी हुई। क्योंकि, मनोज पटेल से कैलाश विजयवर्गीय की अदावत जगजाहिर है। ऐसे में चर्चा इस बात की है कि आखिर सुमित मिश्रा क्या संदेश देना चाहते हैं।
यह तो तय है कि हावी न रहेगा कोई एक गुट
इस नई चौकड़ी के बनने के बाद से यह तो तय हो गया है कि अब इंदौर में एक गुट विशेष हावी नहीं रहेगा। इस चौकड़ी ने लगातार यह संदेश दिया है कि वह किसी भी तरह का मोर्चा लेने को तैयार है। इसकी पहली झलक हेमंत खंडेलवाल के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही दिख गई थी। तब पहली बार प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत में लगे होर्डिंग में यह चार चेहरे यानी चौकड़ी नजर आई थी। तभी यह तय हो गया ता कि इंदौर भाजपा में अब नए राजनीतिक समीकरण बनेंगे।