चीन की बी टीम बयान पर मचा बवाल: भारत-आसियान संबंधों में खिंचाव, कांग्रेस ने सरकार को घेरा.


चीन की बी टीम बयान पर मचा बवाल: भारत-आसियान संबंधों में खिंचाव, कांग्रेस ने सरकार को घेरा
केंद्र सरकार के एक हालिया बयान से भारत-आसियान संबंधों में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल द्वारा आसियान देशों को "चीन की बी टीम" कहे जाने पर आसियान सदस्य देशों की नाराजगी सामने आई है।
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक मीडिया रिपोर्ट साझा करते हुए केंद्र की विदेश नीति पर सवाल उठाया है।
कांग्रेस ने बताया भारतीय कूटनीति के लिए बड़ा झटका
जयराम रमेश ने लिखा कि भारत के ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम जैसे 10 आसियान देशों से ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक गहरे रिश्ते हैं। करीब 60 साल पुराने इस संगठन की संयुक्त अर्थव्यवस्था भारत से थोड़ी ही कम है। ऐसे में वाणिज्य मंत्री का इन्हें "चीन की बी टीम" कहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह टाला जा सकने वाला झटका है।
कहां और क्या कहा था पीयूष गोयल ने?
दरअसल, पिछले हफ्ते लंदन के साइंस म्यूजियम में आयोजित इंडिया ग्लोबल फोरम के एक सत्र में पीयूष गोयल ने कहा था 15 साल पहले हमने उन देशों के साथ एफटीए (मुक्त व्यापार समझौते) पर ज्यादा फोकस किया, जो हमारे प्रतियोगी थे। जैसे अगर मैं आसियान देशों के साथ समझौता करता हूं, तो यह मेरे बाजार को अपने प्रतिस्पर्धियों के लिए खोलने जैसा है। इनमें से कई अब चीन की बी टीम बन चुके हैं।"
आसियान सह-अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत-आसियान एफटीए की समीक्षा बैठक में शामिल आसियान सह-अध्यक्ष ने गोयल की इस टिप्पणी पर असंतोष जताया है।
इस बयान से भारत की वाणिज्यिक और कूटनीतिक नीति दोनों पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। विपक्ष और विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे संवेदनशील बयान भारत की बहुपक्षीय साझेदारियों को कमजोर कर सकते हैं।