अदाणी एयरपोर्ट्स ने ड्रैगनपास के साथ साझेदारी तोड़ी, ऑपरेशन सिंदूर के बाद बड़ा फैसला.


अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स (AAHL) ने चीनी कंपनी ड्रैगनपास के साथ अपनी हालिया साझेदारी को तुरंत प्रभाव से समाप्त करने की घोषणा की है। यह फैसला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और इसके जवाब में भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बने तनावपूर्ण माहौल के बीच लिया गया है।
गौरतलब है कि यह साझेदारी सिर्फ एक सप्ताह पहले ही शुरू हुई थी, लेकिन तेजी से बदले हालात को देखते हुए इसे अचानक तोड़ दिया गया।
साझेदारी समाप्त होने के बाद, अदाणी एयरपोर्ट्स के प्रवक्ता ने कहा:
“ड्रैगनपास के ग्राहकों को अब अदाणी द्वारा प्रबंधित हवाई अड्डों पर लाउंज की सेवा नहीं मिलेगी।”
हालांकि, कंपनी ने स्पष्ट किया कि इस बदलाव का अन्य यात्रियों के लाउंज और यात्रा अनुभव पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
यह साझेदारी अदाणी डिजिटल लैब्स (ADL) के तहत की गई थी, जिसका उद्देश्य एयरपोर्ट लाउंज और यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाना था। ADL, अदाणी समूह की डिजिटल इनोवेशन शाखा है, जो डिजिटल सेवाओं के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सेलेबी के साथ भी समझौता समाप्त
कंपनी ने एक अन्य महत्वपूर्ण फैसले की जानकारी भी दी। भारत सरकार द्वारा सेलेबी की सुरक्षा मंजूरी रद्द किए जाने के बाद, अदाणी एयरपोर्ट्स ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (CSMIA) और अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (SVPIA) पर सेलेबी के साथ ग्राउंड हैंडलिंग रियायत समझौते समाप्त कर दिए हैं।
निष्कर्ष
यह घटनाक्रम दर्शाता है कि अदाणी समूह राष्ट्रहित को प्राथमिकता देते हुए अपनी अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों और संचालन नीतियों की पुनः समीक्षा कर रहा है। मौजूदा भू-राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में, यह कदम रणनीतिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।