मलयालम सुपर स्टार मोहनलाल को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड, शाहरुख खान, रानी मुखर्जी, विक्रांत मैसी को नेशनल अवॉर्ड.
नई दिल्ली। मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार मोहनलाल को मंगलवार को नई दिल्ली में हुए कार्यक्रम में भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। शाहरुख खान को 33 साल के करियर में पहला बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला। ये अवॉर्ड विक्रांत मैसी को भी दिया गया है। रानी मुखर्जी को भी बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी विजेताओं को सम्मानित किया।

शाहरुख खान को साल 2023 की फिल्म 'जवान' के लिए और विक्रांत मैसी को '12वीं फेल' के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिल रहा है। इस बार बेस्ट एक्टर का यह अवॉर्ड दो अभिनेताओ को सम्मिलित रूप से दिया गया है। रानी मुखर्जी को 'मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड जीता है। बेस्ट पॉपुलर फिल्म का अवॉर्ड करण जौहर की 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' को मिला है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 'गिद्ध द स्कैवेंजर' (हिंदी) के लिए निर्देशक मनीष सैनी को बेस्ट शॉर्ट मूवी (30 मिनट तक)' का पुरस्कार प्रदान किया।

शाहरुख-रानी को पहली बार नेशनल अवॉर्ड
शाहरुख खान ने अपने करियर में 100 से ज्यादा फिल्में की हैं। शाह रुख और रानी ने कुछ कुछ होता है, कभी खुशी कभी गम, कल हो ना हो, वीर जारा, कभी अलविदा ना कहना, चलते चलते जैसी फिल्मों में काम किया है। दोनों को पहली बार नेशनल अवॉर्ड मिला है।
मोहनलाल ने कहा-सफल होने के लिए भाग्यशाली होना जरूरी
दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित होने के बाद मोहनलाल ने कहा कि सिनेमा जादू है। यहां सफलता का नुस्खा कोई नहीं जानता। सफल होने के लिए व्यक्ति का भाग्यशाली होना जरूरी है, और मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं। मेरे वरिष्ठों का आशीर्वाद ही इसका कारण है। यह मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। मैं हमेशा आभारी हूं। यह मलयालम सिनेमा के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। मुझे अपने से पहले के सभी महान अभिनेता याद हैं। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। यह मुझे प्रेरित करेगा, साथ ही अब मेरे कंधों पर और भी जिम्मेदारी से अपना काम करने का दायित्व भी आ गया है।