सिर्फ 19 जगह शराबबंदी से नहीं चलेगा काम, बाकी जगह भी लगानी पड़ेगी लगाम.


मध्यप्रदेश की मोहन सरकार एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 19 धार्मिक स्थलों पर शराबबंदी का फैसला ले चुकी है। 1 अप्रैल से इन स्थानों पर 47 दुकानें बंद कर दी जाएंगी। बार भी बंद हो जाएंगे। यहां तक कि उज्जैन के काल भैरव मंदिर के पास भी शराब नहीं मिलेगी। सरकार का यह फैसला काबिले तारीफ है, लेकिन सिर्फ इतना ही काफी नहीं है।
सीएम साहब, इंदौर जैसे बड़े शहरों से लेकर छोटे शहरों तक में शराब दुकानों के आसपास जो माहौल है उसे सुधारने की उम्मीद जनता आपसे करती है। अहाते बंद हो गए, फिर भी खुलेआम हर दुकान पर शराबखोरी हो रही है। आपके विभाग के अफसर और आसपास के थाना अपने संरक्षण में इन दुकानों पर शराबखोरी करवा रहे हैं। आप तो इंदौर जिले के प्रभारी हैं, पहले यहीं की व्यवस्था दुरुस्त करवा देते।
शराब दुकानों की टाइमिंग पर गौर कीजिए। जिस समय दवा की कोई भी दुकान नहीं खुली होती है यानी सुबह 8.30 बजे मध्यप्रदेश में शराब की दुकानें खुल जाती हैं। वैसे समय 9.30 बजे का है, लेकिन 8.30 से 9.30 बजे का समय जो आपने साफ-सफाई और लिखा-पढ़ी के लिए दे रखा है, उस अवधि में भी शराब बिकने लगती है। रात 11.30 बजे तक यह सेवा चालू रहती है। इसके कारण जहां भी शराब दुकानें हैं, वहां के आसपास का माहौल आधी रात तक खराब रहता है। महिलाएं-बच्चे उधर से गुजर नहीं सकते। लोग खाना खाकर टहल नहीं सकते।
माना कि सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व इसी से मिलता है, लेकिन क्या शराब दुकानों का समय कम करने से राजस्व कम हो जाएगा। ड्राय डे के दिन लोग एक दिन पहले ही शराब खरीद लेते हैं। अगर समय कम हुआ तो लोग दुकान बंद होने से पहले शराब खरीद लेंगे, लेकिन अगर इसका समय रात 10 बजे तक कर दिया जाए तो जनता को काफी राहत मिलेगी।
सबसे अहम बात, अगर शराब दुकानों में अहातों की परमिशन नहीं है तो वहां लोग खुलेआम शराब कैसे पी रहे हैं? इन दुकानों पर ग्राहक तो 3-4 ही दिखते हैं, लेकिन दोपहिया और चार पहिया वाहन सैकड़ों की संख्या में खड़े रहते हैं। इससे हर उस इलाके का माहौल बिगड़ रहा है, जहां शराब दुकानें हैं।
सीएम साहब, अगर आपने शराब दुकानों का समय कम कर दिया और अवैध रूप से चल रहे अहातों को बंद करा दिया, तो इससे आपका राजस्व तो कम नहीं होगा, लेकिन जनता राहत की सांस लेगी।
आप माता अहिल्या के बताए मार्ग पर चल रहे हैं। आज भी आपने महेश्वर में यही बात दोहराई है। जनता को आप से बहुत उम्मीद है।
जनता के हित में एक बार कड़ा फैसला लेकर तो देखिए, बहुत दुआएं मिलेंगी…