एशिया कप में भारत-पाकिस्तान विवाद: बीसीसीआई ने हारिस रऊफ और साहिबजादा फरहान की आईसीसी से शिकायत.


एशिया कप में भारत-पाकिस्तान विवाद: बीसीसीआई ने हारिस रऊफ और साहिबजादा फरहान की आईसीसी से शिकायत
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईसीसी से पाकिस्तान के खिलाड़ी हारिस रऊफ और साहिबजादा फरहान के खिलाफ एशिया कप सुपर चार चरण के दौरान भड़काऊ इशारे करने की शिकायत दर्ज कराई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीसीसीआई ने आईसीसी को ई-मेल के जरिए यह शिकायत भेज दी थी। अगर रऊफ और फरहान लिखित में इन आरोपों का खंडन करते हैं तो इस मामले पर आईसीसी सुनवाई कर सकता है। इस स्थिति में दोनों खिलाड़ियों को आईसीसी एलीट पैनल के रेफरी रिची रिचर्डसन के सामने पेश होना पड़ सकता है।
इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने भी बदले की भावना से भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के खिलाफ आईसीसी से शिकायत की है। पीसीबी का आरोप है कि सूर्यकुमार ने 14 सितंबर को भारत-पाकिस्तान ग्रुप चरण के मैच के बाद जीत को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में शामिल भारतीय सशस्त्र बलों को समर्पित कर राजनीतिक बयान दिया था। हालांकि, नियमानुसार ऐसी शिकायत सात दिनों के भीतर दर्ज करानी होती है, इसलिए देखना होगा कि पीसीबी की शिकायत समय पर की गई है या नहीं।
भारत-पाकिस्तान मुकाबलों में पहले से ही तनाव का माहौल बना हुआ है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के रिश्तों में बढ़े तनाव का असर क्रिकेट मैदान पर भी दिखाई दिया। भारत ने ग्रुप चरण के पहले मैच में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया था, जिस पर भी पीसीबी ने आईसीसी से शिकायत की थी, लेकिन उसे खारिज कर दिया गया था। सुपर चार मैच में भी भारतीय खिलाड़ियों ने हाथ न मिलाने की रणनीति जारी रखी।
21 सितंबर को खेले गए सुपर चार मुकाबले में माहौल और गरमा गया। भारतीय सलामी जोड़ी अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल की तेज शुरुआत से उत्साहित भारतीय फैंस ने लगातार नारेबाज़ी की। इसी दौरान बाउंड्री पर खड़े हारिस रऊफ ने आपत्तिजनक इशारे किए और गिल के साथ बहस में उलझ गए। अंपायर गाजी सोहेल को बीच-बचाव करना पड़ा।
पाकिस्तानी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान ने भारत के खिलाफ अर्धशतक पूरा करने के बाद बल्ले को बंदूक की तरह पकड़कर फायरिंग जैसा इशारा कर जश्न मनाया, जिसकी खूब आलोचना हुई। अब आईसीसी की सुनवाई में रऊफ और फरहान को अपने इन इशारों पर सफाई देनी होगी। अगर उनका जवाब पैनल को संतुष्ट नहीं कर सका, तो दोनों पर आईसीसी आचार संहिता के तहत कार्रवाई हो सकती है।