महापौर परिषद के सदस्य मनीष मामा के खिलाफ एकजुट हुए अधिकारी-कर्मचारी, निगमायुक्त से की लिखित शिकायत, काम करने से किया इनकार.


इंदौर। प्रदेश के काबिना मंत्री के खास महापौर परिषद के सदस्य मनीष शर्मा उर्फ मनीष वर्मा अपने व्यवहार के कारण हमेशा चर्चा में रहते हैं। अब नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनके अभद्र व्यवहार की शिकायत निगमायुक्त शुभम वर्मा से की है। पत्र में मनीष मामा पर 26 मार्च यानी बुधवार को दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है।
पत्र में लिखा है कि 26 मार्च को उपायुक्त कार्यालय में अपर आयुक्त स्वास्थ्य स्थापना अनिल बनवारिया, उपायुक्त के. एस. सगर, स्वास्थ्य स्थापना व स्वास्थ्य सेवा यूनिट स्टाफ के साथ लोकायुक्त की 89 फाइल्स पर चर्चा की जा रही थी। जोन क्रमांक 15के स्वास्थ्य अधिकारी गौतम भाटिया एवं झोन क्रमांक 14 के स्वास्थ्य अधिकारी अवध नारायण सिंह, झोन क्रमांक 15 सीएसआई मिश्रा जी, स्वास्थ्य स्थापना अधीक्षक, प्रभारी, स्वास्थ्य सेवा यूनिट की मौजूदगी में रेखा पिता भैयालाल तथा रेखा पति संमदरसिंह की नस्ती का परीक्षण किया जा रहा था। उस समय यूनियन नेता लीलाधर करोसिया भी मौजूद थे।
अधिकारियों से कहा-मेरे समझाने की भाषा अलग है
शहरी गरीबी उपशमन प्रकोष्ठ के प्रभारी एमआईसी सदस्य मनीष शर्मा (मामा) उपायुक्त कार्यालय में शाम 05 बजे विभाग में उपस्थित हुए ओर उपस्थित होते ही अपर आयुक्त महोदय और उपायुक्त महोदय से तेज आवाज में कहने लगे की आपको बुलाया जाता तो आप आते नही हो। क्या बार-बार फोन लगाना पड़ेगा। क्या आप लोगों को अपनी भाषा में समझाना पड़ेगा। मेरी समझाने की भाषा अलग है, क्या चोरी चमारी चल रही है, क्या चोरी चकारी में लगे रहते हो, साथ ही अपर आयुक्त महोदय से भी अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। धमकी दी ओर बोला की तुम मेरी सुनते नहीं हो तुम्हें इस विभाग से हटवा दूंगा। उनके इस व्यवहार पर लीलाधर करोसिया ने बीच में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि मनीष जी यहा यूनियन भी बैठी है और कर्मचारियों के हित की चर्चा चल रही है। अपनी भाषा स्वयमित रखें, इसके बाद वे चुप हो गए ओर चले गए।
काम करने से कर दिया इनकार
पत्र में अधिकारी और कर्मचारियों ने लिखा है कि प्रभारी द्वारा अधीनस्थ कर्मचारियों की मौजूदगी में अमानवीय एवं अभ्रद व्यवहार किया गया है। इससे हमारी कार्यप्रणाली और प्रतिष्ठा को गंभीर ठेस पहुंची है। इससे हमारा मनोबल गिरता है। ऐसे में मनीष शर्मा (मामा) के द्वारा अभ्रदतापूर्ण व्यवहार करने के कारण शहरी गरीबी उन्मूलन प्रकोष्ठ तथा राष्ट्रीय आजीविका मिशन (एनयूएलएम) विभाग में हम सबके द्वारा कार्य किया जाना संभव नहीं है। पत्र में इस घटना पर आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है।