इंदौर में एमपी टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025 : आईटी सेक्टर के लिए 4 नई पॉलिसी जारी, सीएम बोले-अब उद्योगों के लिए कम पड़ रही जमीन.


इंदौर। इंदौर में एमपी टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025 का शुभारंभ सीएम डॉ.मोहन यादव ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में किया। इस आयोजन में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी टेक कंपनियों सहित 300 से अधिक तकनीकी विशेषज्ञ, उद्योगपति, नीति निर्माता और निवेशक शामिल हुए हैं। इस मौके पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की 4 पॉलिसी गाइडलाइन जारी की गई है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम यादव ने कहा कि हमने सरकार गठन के बाद तुरंत उद्योग और रोजगार की तरफ ध्यान दिया। हम छोटे-छोटे स्थान पर भी उद्योगपति को ले गए। हमारे पास जमीन कम पड़ रही है। प्रोजेक्ट मांगने वाले ज्यादा आ रहे हैं। पूरी दुनिया के निवेशक यहां आ रहे हैं। सीएम ने कहा कि हमें तकनीक और रोजगार में इजरायल जैसा बनना है। उन्होंने कहा कि इजरायल 1948 में आजाद हुआ और आज पूरे विश्व में स्वयं के दम पर खड़ा है। सीएम ने कहा कि उद्योगों को पॉलिसी के भविष्य में बड़े लाभ मिलेंगे। भोपाल के बैरसिया में बनने वाले मेगा प्रोजेक्ट के माध्यम से स्पेस टेक नीति पर काम करते हुए मध्य प्रदेश को हम अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का एक प्रमुख केंद्र बनाएंगे। इस नीति के अंतर्गत हम स्टार्टअप को अंतरिक्ष अनुसंधान, सेटेलाइट टेक्नोलॉजी एंड कमर्शियल स्पेस मिशन के लिए भी प्रोत्साहित करेंगे। साइबर सुरक्षा और डाटा फंक्शन से ट्रेनिंग और अन्य प्रकार के काम करते हुए हम नए दौर में प्रवेश कर रहे हैं। जापान और कोरिया के निवेशक भी आज मध्यप्रदेश में आ रहे हैं। एक उद्योगपति के माध्यम से सैकड़ों लोगों के घर चलते हैं। यह अपने आप में एक तरह ही बड़ी समाजसेवा है।
इंदौर के विश्वविद्यालय में भी आईटी पार्क होगा
कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम यादव ने कहा कि 2025 को उद्योग व रोजगार वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। प्रदेश में पहले इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर में ही पहले आईटी पार्क थे अब रीवा और उज्जैन में भी आईटी पार्क बन रहा है। इंदौर के परदेशीपुरा के आईटी पार्क के लिए भी पीपीपी मॉडल पर 250 करोड़ से काम शुरू हो रहा है। जल्द ही यह पार्क तैयार हो जाएगा। सीएम ने कहा कि भोपाल में इलेक्ट्रानिक सेक्टर विकसित कर रहे हैं। इन सब कवायदों से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बनेंगे। 20 हजार करोड़ के प्रस्ताव हैं, जिसमें 75 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इंदौर के देवी अहिल्या विश्विद्यालय की कैंपस में भी आईटी पार्क बनाने का निर्णय किया है।
सीएस जैन ने कहा-प्रदेश में काफी संभावनाएं
मुख्य सचिव अनुराग जैन ने कहा कि मध्य प्रदेश में सबसे अच्छी बात है यहां का जीवन और बेहद कम खर्चे में जीवन जीने के संसाधन। इसी को हम ताकत बनाएंगे। किसी भी उद्योग को आने वाली समस्याओं को कम से कम समय में सुलझाया जाएगा। प्रदेश कृषि में बहुत तरक्की कर चुका है अब उद्योग, स्वास्थ्य और शिक्षा में प्रदेश को अव्वल बनाना है। कार्यक्रम में मुख्य सचिव अनुराग जैन मध्य प्रदेश में काफी और संभावनाएं बताई। कहा कि दो माह पहले हुई ग्लोबल समिट के नतीजे अच्छे मिले हैं।
एसीएस दुबे ने कहा-राज्य में दी जा रही विशेष सुविधाएं
अपर मुख्य सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी श्री संजय दुबे संजय दुबे ने कहा कि टियर-2 शहर जैसे इंदौर, भोपाल का तेजी से विकास राज्य की तकनीकी स्थिति को मजबूत कर रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की विशेष भौगोलिक स्थिति, त्वरित स्वीकृतियां, आधुनिक आधारभूत संरचना और प्रगतिशील नीतियां तकनीकी विकास को गति दे रही हैं। साथ ही सेमीकंडक्टर कंपोनेंट निर्माण, इलेक्ट्रोनिक उत्पाद विकास और नवाचार और चिप डिजाइन कंपनियों सभी के लिए विशेष सुविधाएं राज्य में प्रदान की जा रही हैं।
उद्योगपतियों को दिए गए लेटर ऑफ अलॉटमेंट
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स सेंटर इंदौर (सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सेंटर), कास्ट एनेक्स, जबलपुर आईटी पार्क ब्लॉक बी, वॉर्की टेक पार्क, इंदौर का लोकार्पण किया। वहीं, उद्योगपति दीपेंद्र मिस्त्री, पारितोष मंगल, मनोज मोदी, अनिरुद्ध केला, नितिन अग्रवाल, रोहन श्रीवास्तव, अर्पित कंथाली, सुनीता तांबोली को लेटर ऑफ अलॉटमेंट प्रदान किए।