लाडली बहनों को पैसा ट्रांसफर कर बोले सीएम यादव-इस योजना को लेकर कांग्रेस ने सिर्फ झूठ फैलाया.


भोपाल। मध्यप्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को देवास जिले के पीपलरावां गांव से प्रदेश की 1.27 करोड़ लाड़ली बहनों के खातों में 1553 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती थी कि एक-दो किस्त के बाद लाड़ली बहना योजना बंद हो जाएगी, लेकिन हम इसे लगातार चला रहे हैं। धीरे-धीरे करके 3 हजार रुपए तक आपके खाते में आने वाले हैं।
सीएम यादव ने कहा कि ये लोग सभी लोगों को गरीब रखना चाहते हैं। मोदी जी केन-बेतवा लिंक परियोजना का उद्घाटन करने आए, तब भी पप्पू के लोगों ने अड़ंगा डाला। हम किसी का बुरा नहीं करना चाहते हैं। हर हाथ काम, हर गांव पानी हो, यह हमारी सरकार का उद्घोष वाक्य है। कांग्रेस के लोग सबका बुरा करना चाहते हैं। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि एक पप्पू और उसकी मुन्नी, चप्पू चलाए तो गाड़ी कैसे चले? गांधी का नाम लेकर उनका काम चल रहा है। गांधी का नाम तो कहां गया पता नहीं? पूरे देश में झूठ बोलकर हर जगह खेल हो रहे हैं। कांग्रेस ने भगवान राम के प्रति दुर्भावना पाल रखी है। उन्होंने कुंभ स्नान को लेकर तंज कसते हुए कहा कि लगता है, कांग्रेस वाले नहाते नहीं है। उनके नसीब में भी नहीं है स्नान करना।
144 करोड़ के 53 विकास कार्य
मुख्यमंत्री ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के 56 लाख हितग्राहियों को 337 करोड़ रुपए और किसान कल्याण योजना के तहत 81 लाख किसानों के खातों में 1624 करोड़ रुपए की राशि भी जारी की। इसी के साथ 144 करोड़ रुपए की लागत के 53 विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। इनमें 102 करोड़ रुपए के 37 कार्यों का लोकार्पण और 42 करोड़ रुपए के 16 नए कार्यों का शिलान्यास शामिल हैं।
अंगदान पर मिलेगा राजकीय सम्मान
सीएम मोहन यादव ने सोमवार को एम्स भोपाल में 16 दिन पहलेहार्ट ट्रांसप्लांट करवाने वाले मरीज दिनेश मालवीय से मुलाकात की। उन्होंने मरीज के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और कहा कि यह सफल ट्रांसप्लांट अंगदान के महत्व को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंगदान करने वाले व्यक्तियों को राजकीय सम्मान दिया जाएगा। इसके तहत, मृतक के परिवार की सहमति से उनके पार्थिव शरीर को उचित चिकित्सा संस्थानों तक पहुंचाया जाएगा और अंतिम संस्कार के समय राजकीय सम्मान दिया जाएगा। इसके अलावा, यदि अंगदान करने वालों के पास 'आयुष्मान कार्ड' नहीं है, तो सरकार इसे बनवाने में मदद करेगी। राष्ट्रीय पर्वों पर ऐसे लोगों को सम्मानित करने का भी प्रयास किया जाएगा।