पति की हत्या के बाद 25 मई को इंदौर आ गई थी शातिर सोनम, किराए के फ्लैट में रहकर खबरों पर रख रही थी निगाह.


इंदौर। शिलांग में हनीमून मनाने गए राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम 25 मई को इंदौर आ गई थी। वह 14 दिन तक किराए के फ्लैट में रुककर राजा रघुवंशी हत्याकांड से जुड़ी खबरों पर नजर रख रही थी। जब उसे पता चला कि शिलांग पुलिस के हाथ कुछ सुराग लग गए हैं तो फिर राज ने उसे 7 जून को इंदौर से अपने पैतृक गांव रामपुर के लिए रवाना किया। आठ जून की रात को फिर गाजीपुर के ढाबे में चली गई,क्योकि उसे पता चल गया था कि इंदौर में राज और बाकी तीन साथियों को पुलिस पकड़ चुकी है
यह खुलासा शिलांग पुलिस ने सोनम और अन्य आरोपियों से पूछताछ के बाद किया है। सोनम को पता था कि लंबे समय तक उसे कही दिन बिताना पड़ेंगे, इसलिए वह अपने साथ नौ लाख रुपये केश और सोने के गहने भी ले गई थी। 23 मई को राजा की हत्या करने के बाद आरोपी और सोनम साथ नहीं निकले। सोनम जानती थी कि वह किसी दूससे शहर में ज्यादा दिन तक छुप कर नहीं रह पाएगी, इस कारण उसने इंदौर आने का प्लान बनाया। सोनम जब इंदौर में थी तो राज देरी से दफ्तर जाता था। अपने बहन की खोज में शिलांग में रुके भाई गोविंद को जब यह बात पता चली तो उसने राज को कॉल कर डांटा भी था। दरअसल राज सोनम के पास ज्यादा वक्त बिताता था।
छात्र बनकर रुके थे आरोपी
मेघालय के ईस्टर्न रेंज के डीआईजी डेविस एनआर मराक ने गुरुवार को खुलासा किया कि राजा रघुवंशी हत्याकांड में दो आरोपियों, सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा ने राजा रघुवंशी की कथित हत्या की साजिश में शामिल होने की बात कबूल कर ली है। मराक ने कहा कि उन्होंने सिर्फ साजिश में शामिल होने की बात स्वीकार की है। मराक ने बताया कि फिलहाल पांचों आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है और इसके बाद ही आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज और सोनम में अवैध संबंध थे। उन्होंने बताया कि सोनम का प्रेग्नेंसी टेस्ट कराया गया था, लेकिन वह गर्भवती नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सोनम को ने केवल इंदौर, बल्कि जहां भी ले जाने की जरूरत पड़ेगी, ले जाया जाएगा।