पहले ही सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण कर बैठा यशवंत क्लब अब और कब्जे के लिए बना रहा फर्जी मास्टर प्लान.


इंदौर। छह रुपए महीने की लीज वाली सरकारी पीएसपी लैंडयूज की जमीन पर अवैध निर्माण कर बैठा यशवंत क्लब अब एक और फर्जीवाड़े की तैयारी कर रहा है। एक फर्जी मास्टर प्लान बनाकर सदस्यों से पैसे ऐंठने की कवायद शुरू हो गई है। ताज्जुब इस बात का है कि सारे विभाग आंखों पर पट्टी बांधे बैठे हैं और सदस्यों की शिकायतों पर भी कोई ध्यान नहीं देता।
यह बात मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव राकेश सिंह यादव ने कही है। उन्होंने कहा कि चंद लोगों ने पैसों और रसूख़ के दम पर नियमों की अवहेलना कर यह दिखाने की कोशिश की है कि पैसे के दम पर कुछ भी किया जा सकता है। यादव ने बताया कि यशवंत क्लब के लगभग 300 से ज़्यादा सदस्यों ने विभिन्न माध्यमों से तथ्यात्मक जानकारी देकर यह बताया है कि कैसे यशवंत क्लब का नाम मिट्टी में मिलाकर कुछ लोगों ने जमकर अवैध कामों को खुलेआम अंजाम दिया है। आश्चर्य इस बात का है कि प्रदेश सरकार और प्रशासन की नाक के नीचे इतने बड़े अवैध कारनामों को अंजाम दिया जा रहा हैं लेकिन किसी विभाग ने ध्यान नहीं दिया।
पीएसपी की जमीन का भर रहे कमर्शियल टैक्स
कांग्रेस नेता यादव ने बताया कि यशवंत क्लब की शासकीय भूमि पीएसपी लैंड यूज (सार्वजनिक एंव अर्ध सार्वजनिक भू उपयोग) के होने के बाद भी क्लब ने यहां अवैध निर्माण किया है। यशवंत क्लब द्वारा स्वयं घोषित अधिपत्य की भूमि इंदौर नगर निगम रिकॉर्ड अनुसार 3 लाख 97 हज़ार 2 सौ 34 वर्गफीट है। मास्टर प्लान में दर्ज उक्त पीएसपी लैंड यूज की शासकीय लीज की भूमि का अवैध रूप से कमर्शियल उपयोग करके कमर्शियल टैक्स इंदौर नगर निगम में जमा किया गया है। यह शासकीय लीज शर्तों का खुला उल्लंघन हैं।
वर्तमान में ही 12 हजार वर्गफुट अवैध निर्माण
यशवंत क्लब द्वारा स्व घोषित शासकीय लीज आवंटित भूमि निगम रिकॉर्ड अनुसार 3,97,234.09 वर्गफीट में पीएसपी लैंड यूज होने के कारण भवन निर्माण की अनुमति भूमि विकास अधिनियम एंव मास्टर प्लान अनुसार कुल भूमि में से 15% भूमि पर दी जाती है। इस तरह भवन निर्माण की नियमानुसार अनुमति कुल 59,585.11 वर्गफीट पर ही दी जा सकती है। पीएसपी लैंड यूज की भूमि पर एफएआर (फ्लोर एरिया रेशो) वन होता है। वर्तमान में निगम रिकॉर्ड अनुसार कुल 71,761 वर्गफीट निर्माण किया हुआ हैं, जिसका कमर्शियल टैक्स निगम में यशवंत क्लब जमा कर रहा हैं। भूमि विकास अधिनियम एवं मास्टर प्लान में निर्धारित नियमानुसार सिर्फ 59,585.11 वर्गफीट भवन निर्माण की अनुमति यशवंत क्लब को है। इस तरह आज भी यशवंत क्लब में 12,175.89 वर्गफीट अवैध भवन निर्माण बिना अनुमति किया गया हैं।
मास्टर प्लान के नाम पर सदस्यों के साथ धोखाधड़ी
कांग्रेस नेता यादव ने बताया कि यशवंत क्लब में नये भवन निर्माण करने का फर्जी मास्टर प्लान बनाकर क्लब सदस्यों एंव जिला प्रशासन तथा नगर निगम को धोखा देने का षड्यंत्र आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए किया जा रहा है। ऐसे में भूमि विकास अधिनियम एवं मास्टर प्लान अनुसार नए भवन निर्माण की अनुमति देने का प्रश्न ही नहीं उठता है। इसका मतलब हैं की क्लब के सदस्यों के साथ धोखाधड़ी करके हथेली पर हाथी दिखाने की कोशिश की जा रही हैं।
लीज शर्तों का खलेआम उल्लंघन
कांग्रेस नेता यादव के अनुसार दस्तावेज़ों से यह सिद्ध होता हैं कि यशवंत क्लब को प्रतिमाह 6 रुपए शासकीय लीज पर आवंटित भूमि का लैंड यूज पीएसपी होने के बाद भी अवैध तरीके से आवंटित भूमि का कमर्शियल उपयोग कर इंदौर नगर निगम में कमर्शियल संपत्ति कर जमा किया है। यह लीज शर्तों का खुला उल्लंघन हैं। नियमों के विपरीत स्वीकृति से ज्यादा अवैध निर्माण पूर्व से ही कर रखा है। ऐसी परिस्थितियों में क्लब के सदस्यों से आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए फर्जी मास्टर प्लान बनाकर धोखाधड़ी करने की तैयारी हैं।
सीएम से रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की मांग
कांग्रेस नेता यादव ने बताया कि उपरोक्त तथ्यात्मक जानकारी के आधार पर पुनः मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर सख्त कार्यवाही की मॉंग करते हुए तत्काल यशवंत क्लब का रजिस्ट्रेशन फर्म एंड सोसाइटी से निरस्त करने की मांग की है। इके साथ ही क्लब का अधिग्रहण कर संचालक मंडल (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स) बनाया जाना चाहिए। यशवंत क्लब में अवैध निर्माण एवं लीज शर्तों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके सख्त कार्यवाही की जाना चाहिए।
आखिर कौन अधिकारी या नेता दे रहा संरक्षण
कांग्रेस नेता राकेश सिंह यादव ने कहा कि इतना सबकुछ होने के बाद भी किसी भी विभाग की नजर यशवंत क्लब पर नहीं पड़ती। यहां तक कि एक बार कोई नपती करने भी नहीं पहुंचा। सरकारी जमीन पर सारी अवैध गतिविधियां चल रही हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं। आखिर कौन वह नेता और अधिकारी हैं जिसके संरक्षण में यशवंत क्लब में सारे फर्जीवाड़े चल रहे हैं।