झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन हाउस अरेस्ट, किसानों के आंदोलन में होने वाले थे शामिल, सोशल मीडिया पर दी जानकारी.


रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को रविवार हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। सोरेन आज वहां किसानों की जमीन बचाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे। ये जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर के दी है।
चंपई सोरेन ने सोशल मीडिया पर लिखा कि नगड़ी के आदिवासी किसानों की आवाज उठाने से रोकने के लिए झारखंड सरकार ने आज सुबह से मुझे हाउस अरेस्ट कर लिया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सरकार की दमनकारी नीति का हिस्सा है। अपनी नजरबंदी पर झारखंड के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता चंपई सोरेन ने कहा क जब डीएसपी साहब यहां आए और कहा कि आज मुझे हिलना नहीं है, मतलब घर से बाहर नहीं निकलना है, तो मैं समझ गया कि वो मुझे कहीं जाने नहीं देंगे। तो मैंने कहा कि ठीक है, अगर प्रशासन और सरकार ने कोई फैसला लिया है तो हम उसका उल्लंघन नहीं करेंगे।
सोरेन ने की थी नगड़ी जाने की घोषणा
सोरेन ने शनिवार को घोषणा की थी कि वे 24 अगस्त को नगड़ी जाएंगे और किसानों की उपजाऊ जमीन बचाने की लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा था कि अस्पताल का विरोध नहीं है, बल्कि रिम्स-2 के लिए स्मार्ट सिटी या अन्य बंजर जमीन का उपयोग हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का पैटर्न साफ है-आदिवासी समाज की आवाज उठाने वालों को फर्जी मामलों या एनकाउंटर के जरिए दबाने की कोशिश की जा रही है।
भाजपा ने राज्य सरकार पर लगाया आरोप
प्रदेश भाजपा ने सरकार पर निशाना साधाते हुए कहा कि झारखंड के आदिवासी एवं मूलवासियों की खेतिहर जमीन की सुरक्षा हेतु आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने पर भी इस ठगबंधन सरकार ने पाबंदी लगाई। यह सीधा-सीधा तानाशाही है और दमनकारी मानसिकता को दर्शाता है।