Published On :
11-Jan-2025
(Updated On : 11-Jan-2025 10:56 am )
अश्विन का बयान: 'हिंदी राष्ट्रभाषा नहीं, आधिकारिक भाषा है.
Abhilash Shukla
January 11, 2025
Updated 10:56 am ET
अश्विन का बयान: 'हिंदी राष्ट्रभाषा नहीं, आधिकारिक भाषा है
भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक निजी कॉलेज के कार्यक्रम के दौरान हिंदी भाषा को लेकर बड़ा बयान दिया। ग्रेजुएशन सेरेमनी के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए अश्विन ने कहा, "हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है, यह केवल एक आधिकारिक भाषा है।
छात्रों से सीधा सवाल अश्विन ने छात्रों से पूछा, "अगर कोई अंग्रेजी या तमिल नहीं बोलना जानता है, तो क्या आप हिंदी में प्रश्न पूछने में रुचि रखते हैं?" उन्होंने इस सवाल के जरिए भारत में भाषाओं के प्रति लोगों के दृष्टिकोण पर चर्चा की।
संवेदनशील मुद्दे को छुआ अश्विन ने यह भी देखा कि "हिंदी" शब्द बोलने के बाद श्रोताओं की क्या प्रतिक्रिया थी। उन्होंने कहा कि भारत में भाषाओं का मामला हमेशा से संवेदनशील रहा है। खासतौर पर तमिलनाडु में, जहां हिंदी और तमिल भाषा को लेकर बहस का लंबा इतिहास है।
भाषाओं पर अश्विन का नजरिया अश्विन का कहना है कि भारत जैसे बहुभाषी देश में भाषाओं के महत्व को समझना और उनका सम्मान करना जरूरी है। उन्होंने अपने बयान से यह स्पष्ट करने की कोशिश की कि किसी एक भाषा को पूरे देश की पहचान के रूप में देखना उचित नहीं है।
सामाजिक और राजनीतिक महत्व अश्विन का यह बयान उस समय आया है जब भारत में भाषाई पहचान को लेकर चर्चा जोर पकड़ रही है। तमिलनाडु जैसे राज्यों में हिंदी को लेकर अक्सर विरोध होता है, और अश्विन का यह बयान इस बहस को और गहराई दे सकता है।