मंडी में बादल फटने से तबाही: तीन की मौत, कई लापता, राहत कार्य जारी.
मंडी में बादल फटने से तबाही: तीन की मौत, कई लापता, राहत कार्य जारी
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक बार फिर भारी बारिश और बादल फटने से भारी तबाही मची है। मंडी शहर के विभिन्न इलाकों में जलप्रलय जैसी स्थिति बन गई है।

भारी तबाही, तीन लोगों की मौत
मंडी शहर के जेल रोड इलाके में अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। एक महिला का शव मलबे में दबी गाड़ियों के बीच फंसा मिला, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया। एक अन्य महिला अब भी लापता बताई जा रही है। मौके पर पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें बचाव अभियान चला रही हैं। एसपी मंडी साक्षी वर्मा भी घटनास्थल पर मौजूद हैं।
नेशनल हाईवे पर भूस्खलन, यातायात बाधित
पुलिस नियंत्रण कक्ष मंडी के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग-21 (मंडी-कुल्लू मार्ग) पर 4 मील, 9 मील (पंडोह के पास) और डवाड़ा (औट के पास) भूस्खलन के कारण यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। दर्जनों वाहन मलबे में दब गए हैं या बह गए हैं।
शहर के अन्य इलाके भी प्रभावित
पैलेस कॉलोनी, जोनल अस्पताल, और अन्य क्षेत्रों में भी बारिश ने जबरदस्त कहर ढाया है। स्थानीय लोगों ने डर के साए में रात गुजारी।
नेशनल हाईवे प्राधिकरण का अपडेट
एनएचएआई अधिकारियों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण सड़क बहाली में दिक्कतें आ रही हैं। बारिश बंद होने के बाद ही मार्ग को खोलने की संभावना है।
दोनों नेशनल हाईवे बंद
चंडीगढ़-मनाली और पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग बीती रात से बंद हैं। चंडीगढ़-मनाली एनएच पर 4 मील, 9 मील, डवाड़ा, झलोगी समेत कई स्थानों पर भारी भूस्खलन हुआ है। पठानकोट-मंडी मार्ग पर भी पत्थर से मंडी तक कई जगहों पर मलबा जमा है।
राहत कार्यों में बाधाएं
जिले में बारिश का दौर अभी भी जारी है जिससे राहत व बचाव कार्यों में मुश्किलें आ रही हैं। मंडी शहर के विक्टोरिया पुल के पास भी लैंडस्लाइड की खबर है।
प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने की अपील की है।