स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार भी मध्यप्रदेश का दबदबा, भोपाल को देशभर में दूसरा स्थान, इंदौर का नाम सुपर स्वच्छता लीग में.


नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 के नतीजे जारी कर दिए हैं। इसमें आश्चर्यजनक रूप से भोपाल ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। पहले नंबर पर अहमदाबाद है। सबसे ज्यादा चमत्कार लखनऊ ने किया है वह 44 वें पायदान से सीधे तीसरे नंबर पर आ गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 17 जुलाई को नई दिल्ली में टॉप शहरों को अवॉर्ड देंगी। आधिकारिक घोषणा वहीं होगी।
पिछले साल से इस अभियान में स्वच्छ सुपर लीग नाम की नई श्रेणी जोड़ी गई थी। इसमें दो साल से टॉप-3 में आने वाले शहरों को लिया गया था, लेकिन एक दिन पहले ही इसमें बदलाव कर अवधि 3 साल कर दी गई। पिछली बार लीग में सिर्फ 12 शहर थे, अब 15 हो गए हैं। इंदौर लगातार सात बार देश का नंबर-1 स्वच्छ शहर बन चुका है, लेकिन इस बार सूरत और नवी मुंबई के साथ रैंकिंग से बाहर रहेगा, क्योंकि स्वच्छता सुपर लीग में शामिल शहरों की रैंकिंग नहीं की जाती। लीग में वही शहर शामिल होते हैं, जो पिछले तीन वर्षों में टॉप-3 में रहे हैं। भले ही स्वच्छता में स्वच्छ सुपर लीग अलग श्रेणी बना दी गई है, लेकिन देश के सभी शहरों को सफाई व्यवस्था के आधार पर 12500 में से अंक दिए जाएंगे।
मध्य प्रदेश के 5 शहरों को भी अवॉर्ड मिलेगा
भोपाल, देवास और शाहगंज प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड की दौड़ में हैं। जबलपुर को मिनिस्ट्रीयल कैटेगरी में और ग्वालियर को स्टेट लेवल अवॉर्ड के लिए आमंत्रण मिला है। इंदौर, उज्जैन और बुदनी सुपरलीग में है। 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में इंदौर को अवॉर्ड दिया जाएगा। 3 से 10 लाख तक की जनसंख्या में उज्जैन और 20 हजार से अधिक जनसंख्या वाले में सीहोर जिले की बुदनी को अवॉर्ड मिलेगा।
सीएम यादव ने दी बधाई
इस सर्वेक्षण में राज्य के शहरों के नाम आने पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लोगों को बधाई दी है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 का रिजल्ट आ गया है। इस रिजल्ट में हमेशा की तरह मध्यप्रदेश एक बार फिर शामिल है। अपने अलग-अलग शहरों की वजह से प्रदेश एक बार फिर गौरवांवित होने वाला है। मैं इसके लिए प्रदेशवासियों को बधाई देता हूं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि स्वच्छता का जो संकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया था, मध्यप्रदेश की उनकी भावना के आधार पर कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए तैयार है। भोपाल ने भी गौरवांवित करने का मौका दिया है। इसी तरह ग्वालियर ने भी आदर्श स्थापित किया है।