कलेक्टर के डर से बैठक में नहीं आए देवी अहिल्या संस्था के अध्यक्ष अजमेरा, उपाध्यक्ष काला को मंगलवार तक वरीयता सूची देने के निर्देश.


इंदौर। सहकारिता विभाग ने वरीयता सूची को लेकर आज रेसीडेंसी कोठी में कलेक्टर के साथ देवी अहिल्या श्रमिक कामगार सहकारी संस्था के संचालक मंडल की बैठक बुलाई थी। पिछली बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने संस्था के अध्यक्ष विमल अजमेरा को जमकर फटाकर लगाई थी। इसी कारण अजमेरा बीमारी का बहाना बनाकर आज की बैठक से गायब हो गए। सहकारिता विभाग तथा प्रशासन ने संस्था को मंगलवार तक वरीयता सूची बनाने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में देवी अहिल्या संस्था के उपाध्यक्ष मनोज काला से जब सूची के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम पात्र और अपात्र सदस्यों की सूची बनाकर लाए हैं। तब अधिकारियों ने कहा कि यह सूची तो हम पहले ही आपको दे चुके हैं। आपसे वरीयता सूची मांगी गई थी, वो क्यों नहीं लेकर आए। इसके बाद काला को मंगलवार तक वरीयता सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए। सहकारिता विभाग ने काला को वरीयता सूची तैयार करने के नियम भी बताए। कहा गया कि पुराने सर्कुलर के हिसाब से सूची तैयार करें।
अपात्र सदस्यों की रजिस्ट्रियों की भी उठा मामला
बैठक में अपात्र सदस्यों की रजिस्ट्रियों का भी मामला उठा। तब मनोज काला ने कहा कि हम इसमें कुछ नहीं कर सकते। हमारे वकील ने मना किया है। तब अपर कलेक्टर गौरव बैनल ने कहा कि ऐसे वकील को ही हटा देना चाहिए। इसके बाद संचालक मंडल में मोजूद वकील डीजी मिश्रा से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसी रजिस्ट्रियां निरस्त हो सकती हैं। इसके बाद अपर कलेक्टर ने ऐसा सारी रजिस्ट्रियां निरस्त करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह के अलावा सहकारिता विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। देवी अहिल्या संस्था के संचालक मंडल के 7 सदस्य भी उपस्थित रहे।
अतिक्रमण पर भी होगी कार्रवाई
सूत्र बताते हैं कि संस्था के जमीन पर हो रहे अतिक्रमण के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। संबंधित विभागों से कहा गया है कि वे संस्था की जमीन पर अवैध निर्माण नहीं होने दें तथा जो हो चुके हैं उन्हें हटाया जाए।
पिछले साल ही भेज दी थी सूची
उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट के आदेश पर कलेक्टर द्वारा गठित समिति ने विमल अजमेरा को पात्र सदस्यों की सूची पिछले साल ही भेज दी थी। अजमेरा और उनके संचालक मंडल को इसे वेरिफाई कर विभाग में भेजना था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इसके बाद सहकारिता विभाग ने उन्हें नोटिस भेजा, लेकिन अजमेरा अपने खास लोगों के प्लॉट की रजिस्ट्री कराने की सिफारिश करते रहे। इसके बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने 22 जून को एक बैठक बुलाकर अजमेरा को जमकर फटकार लगाते हुए 15 दिन में सूची वेरिफाई कर नहीं भेजने पर एफआईआर की चेतावनी दी थी।
पिछली बैठक में कलेक्टर ने दी थी चेतावनी
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर आशीष सिंह ने पिछले दिनों हुई बैठक में देवी अहिल्या संस्था के अध्यक्ष विमल अजमेरा को अंतिम चेतावनी दी थी। कलेक्टर ने कहा था कि हमने जो आपकी लिस्ट भेजी है उसके आधार पर लिस्ट बनाने को कहा है। 15 दिन में दे रहे हो कि कौन पात्र है। अगर नहीं देते तब मैं समझ लूंगा कि आप लोग नहीं करना चाहते। तब मैं कार्रवाई करूंगा। यह कार्रवाई सिर्फ सोसायटी एक्ट के तहत नहीं होगी, दूसरे तरीके के एफआईआर भी मैं करूंगा। इसके बाद भी अजमेरा और काला फर्जीवाड़े करने से बाज नहीं आ रहे।