छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड में एमपी एसआईटी का बड़ा एक्शन, श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स का मालिक रंगनाथन गोविंदन गिरफ्तार.


भोपाल। छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड में मध्यप्रदेश एसआईटी ने बड़ा एक्शन लिया है। बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात एसआईटी ने श्रीसन फार्मास्यूटिकल के मालिक रंगनाथन गोविंदन को हिरासत में ले लिया है। अब इसे ट्रांजिट रिमांड पर मध्यप्रदेश लाया जाएगा। गोविंदन पर 20 हजार रुपए का इनाम था और वह घटना के बाद से ही अपनी पत्नी के साथ फरार था।
उल्लेखनीय है कि छिंदवाड़ा में खराब कफ सिरप पीने से कई मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। सबसे पहले मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा और बैतूल जिलों में सामने आया, जहां पिछले दो सप्ताह में कई बच्चों की मौत हुई। इसके बाद राजस्थान के कुछ इलाकों में भी इसी सिरप से जुड़ी घटनाएं दर्ज की गईं। छिंदवाड़ा प्रशासन के अनुसार, कोल्ड्रिफ सिरप पीने के बाद बच्चों को उल्टी, पेशाब में दिक्कत और तेज बुखार जैसे लक्षण दिखाई दिए। डॉक्टरों ने जांच में पाया कि बच्चों की किडनी ने काम करना बंद कर दिया था। सभी मृतक बच्चे दो से 5 वर्ष की उम्र के थे। कई को नागपुर और भोपाल के अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां परीक्षण में उनके शरीर में डायथिलीन ग्लाइकॉल का असर पाया गया।
मालिक की गिरफ्तारी से पहले बुधवार को दिनभर इस मामले में बड़े एक्शन हुए। छिंदवाड़ा में जहां आरोपी डॉक्टर की जमानत अर्जी खारिज हो गई, वहीं सरकार ने सिविल सर्जन को भी पद से हटा दिया। उधर, तमिलनाडु सरकार ने गोविंदन की दवा फैक्ट्री को पहले ही सील कर दिया था इस मामले में बच्चों को जहरीली सिरप लिखने वाले परासिया के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी को कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली। बुधवार को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश गौतम कुमार गुजरे ने डॉ. सोनी की जमानत याचिका को निरस्त कर दिया था।
फैक्ट्री पहले ही हो गई थी सील
तमिलनाडु में दवा फैक्ट्री पहले ही हो चुकी है सील कफ सिरप बनाने वाली चेन्नई की कंपनी श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के खिलाफ तमिलनाडु सरकार ने भी बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए कंपनी की फैक्ट्री को सील कर दिया था। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा गठित एसआईटी पहले से ही वहां जांच कर रही थी।