संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पश्चिम एशिया संकट पर रखा स्पष्ट रुख, शांति और कूटनीति को बताया एकमात्र समाधान.
संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पश्चिम एशिया संकट पर रखा स्पष्ट रुख, शांति और कूटनीति को बताया एकमात्र समाधान
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि पी. हरीश ने फलस्तीनी मुद्दे और पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति पर भारत का रुख स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की त्रैमासिक ओपन डिबेट के दौरान उन्होंने भारत की ओर से बोलते हुए कहा, "आगे का रास्ता साफ है, और भारत इस दिशा में लगातार सकारात्मक प्रयास करता रहा है। मानवीय त्रासदी को और नहीं बढ़ने देना चाहिए। संकटग्रस्त इलाकों में निरंतर और सुरक्षित मानवीय सहायता समय पर पहुंचनी चाहिए।"
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि युद्धविराम आवश्यक है और सभी बंधकों को बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए। पी. हरीश ने कहा, “शांति का कोई विकल्प नहीं है। इन उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए संवाद और कूटनीति ही एकमात्र रास्ता हैं। इसके अलावा कोई अन्य समाधान नहीं है।”
भारत ने अपने रुख में स्पष्ट किया कि पश्चिम एशिया में स्थिरता और मानवीय राहत के लिए संयुक्त प्रयास और शांतिपूर्ण समाधान जरूरी हैं।