एशिया कप की ट्रॉफी न लेकर भारत ने दिखा दी पाकिस्तान की औकात.
एशिया कप में भारत-पाक मैच के जोरदार विरोध के बाद भी इस मैच का होना जरूरी था। पहलगाम हमले के बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को बुरी तरह हराने वाले भारत ने क्रिकेट के मैदान में भी उसे जलील किया है। वह भी एक बार नहीं तीन-तीन बार। सबसे अहम रहा पाकिस्तान के हाथ से ट्रॉफी नहीं लेना। इस पर पूरे विश्व में बहस छिड़ी हुई है और यह संदेश साफ गया है कि भारत पाकिस्तान की करतूत न तो भूला है और न वह इसके लिए कभी माफ करेगा।
अब जबकि भारत ने एशिया कप जीत कर पाकिस्तान का बचा-खुचा घमंड भी चूर-चूर कर दिया है, इस मैच की तुलना ऑपरेशन सिंदूर से की जा रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ने इस जीत पर भारतीय टीम को बधाई दी। पीएम मोदी ने एक्स लिखा-खेल के मैदान पर भी ऑपरेशन सिंदूर। यहां भी नतीजा वही- भारत जीता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक्स पर लिखा-भारत का जीतना तय है, चाहे कोई भी मैदान हो।
एशिया कप के मैच में पाकिस्तान के साथ पहले मुकाबले में सूर्यकुमार यादव ने पाक के किसी भी खिलाड़ी से हाथ न मिलाकर बहुत बड़ा संदेश दे दिया था। हद तो तब हो गई जब फाइनल में जीत के बाद भारतीय टीम ने एशियाई क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) प्रमुख और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी से यह ट्ऱॉफी लेने से इनकार कर दिया। भारत ने यह फैसला पहले ही बता दिया था, लेकिन नकवी इसके बाद भी जानबूझकर स्टेज पर खड़े रहे। बाद में वे ट्रॉफी लेकर होटल चले गए।
भारतीय टीम के इस फैसले के बाद पूरे विश्व में हलचल मची हुई है, लेकिन भारत में इसकी तारीफ हो रही है। लोग इसकी तुलना ऑपरेशन सिंदूर से कर रहे हैं।
पाकिस्तानियों एक बार फिर सोच लो। तुम हमारे सामने न जंग के मैदान में न क्रिकेट के मैदान में टिक पाते हो, फिर अकड़ और घमंड कैसी?
अपनी ट्रॉफी तुम अपने पास रखो, हमारे लिए हमारी विजय ही काफी है।
हां, एक बात और…अब कभी हमसे टकराने की सोचना तो ऑपरेशन सिंदूर और यह एशिया कप याद कर लेना…