चीन की विक्ट्री डे परेड: शी जिनपिंग का संदेश – "चीन कभी धौंस से नहीं डरता"
बीजिंग में आयोजित विक्ट्री डे परेड के अवसर पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि “चीन कभी भी किसी धौंस जमानेवाले से डरता नहीं है और हमेशा आगे बढ़ता रहता है।”

भाषण की मुख्य बातें
- शी जिनपिंग ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा: “कॉमरेड्स और दोस्तों, हम चीन की जीत की 80वीं वर्षगांठ मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं।”
- उन्होंने चीन के नागरिकों से इतिहास को याद रखने और उन दिग्गजों को सम्मान देने की अपील की जिन्होंने जापान के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
- शी ने कहा कि “इतिहास हमें चेतावनी देता है कि मानवता साथ ही उठती है और साथ ही गिरती है।”
- उन्होंने इस परेड को एक “नई यात्रा और नया युग” की शुरुआत बताया।
परेड का महत्व
- यह परेड चीन की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य परेड मानी जा रही है।
- आयोजन द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में जापान के चीन में आत्मसमर्पण की 80वीं वर्षगांठ पर किया गया।
- परेड से पहले शी जिनपिंग के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन भी नजर आए।
यह परेड न सिर्फ चीन की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन थी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसके राजनीतिक संदेश का भी प्रतीक मानी जा रही है।