ऑपरेशन सिंदूर पर अजित डोभाल ने खोली पाकिस्तान की पोल, कहा-एक तस्वीर भी दिखा दीजिए जिसमें भारत को नुकसान पहुंचा हो.
नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेशी मीडिया द्वारा भ्रामक खबरें फैलाने को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। आईआईटी मद्रास में आयोजित एक कार्यक्रम में डोभाल ने कहा कि कई विदेशी समाचार एजेंसियों ने भारत को लेकर भ्रामक और तथ्यहीन जानकारी प्रकाशित की है। उन्होंने कहा कि भारत को इस ऑपरेशन के दौरान कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। मुझे एक तस्वीर भी दिखा दीजिए जिसमें भारत को नुकसान पहुंचा हो।
अजित डोभाल ने कहा कि भारत का ऑपरेशन बेहद सफल रहा। हमने पाकिस्तान में नौ ठिकानों को निशाना बनाया था। इसमें से एक भी नहीं चूका। डोभाल ने कहा कि विदेशी प्रेस ने कहा कि पाकिस्तान ने यह किया, वो किया... आप मुझे एक भी फोटो या सबूत दिखाइए जिसमें भारत में किसी इमारत को नुकसान हुआ हो, एक कांच तक टूटा हो। उन्होंने बातें लिख दीं और छाप दीं। उन्होंने आगे कहा कि विदेशी मीडिया द्वारा जारी की गईं सैटेलाइट तस्वीरों में 10 मई से पहले और बाद में पाकिस्तान के 13 एयरबेस दिखाए गए, चाहे वह सरगोधा हो, रहीम यार खान हो या चकलाला। मैं सिर्फ वही बता रहा हूं जो उन्होंने अपनी रिपोर्टिंग में छापा। हममें यह क्षमता है कि अगर हम चाहें तो पाकिस्तान के एयरबेस को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
23 मिनट में पूरा किया ऑपरेशन
डोभाल ने कहा कि हमें अपनी स्वदेशी तकनीक विकसित करनी होगी। ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र यहां किया गया था। हमें इस बात पर गर्व है कि इसमें कितनी स्वदेशी सामग्री थी। हमने पाकिस्तान के आर-पार नौ आतंकवादी ठिकानों पर निशाना साधने का फैसला किया, ये सीमावर्ती इलाकों में नहीं थे। हम कोई भी निशाना नहीं चूके। हमने इसके अलावा कहीं और निशाना नहीं साधा। यह उस बिंदु तक सटीक था जहां हमें पता था कि कौन कहां है? पूरे ऑपरेशन में 23 मिनट लगे।
हमारे पूर्वजों ने बहुत सहा है
डोभाल ने कहा कि हम एक ऐसे देश और ऐसी सभ्यता से ताल्लुक रखते हैं, जो हजार वर्षों से संकटग्रस्त, लहूलुहान और अपमानित रही है। हमारे पूर्वजों ने बहुत कुछ सहा है। मुझे नहीं पता कि इस सभ्यता को जीवित रखने और राष्ट्र की इस धारणा को जीवित रखने के लिए उन्होंने कितने अपमान, अभाव और कष्ट सहे होंगे। राष्ट्र, राज्य से अलग होता है। भारत, एक राष्ट्र के रूप में सहस्राब्दियों से अस्तित्व में है।