हिमाचल में मूसलाधार बारिश का कहर: छह जिलों में रेड अलर्ट, नौ जिलों में स्कूल बंद.
हिमाचल में मूसलाधार बारिश का कहर: छह जिलों में रेड अलर्ट, नौ जिलों में स्कूल बंद
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। प्रदेश के छह जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि नौ जिलों में शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। चार नेशनल हाईवे समेत 662 सड़कें अवरुद्ध हैं। शिमला के जुन्गा में भूस्खलन से पिता और पुत्री की मौत हो गई, वहीं कोटखाई में एक बुजुर्ग महिला मलबे में दबकर जान गंवा बैठीं।

बारिश और भूस्खलन से भारी नुकसान
- रविवार को लगातार बारिश और भूस्खलन से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और कई वाहन मलबे में दब गए।
- प्रदेश में 985 बिजली ट्रांसफार्मर और 495 पेयजल योजनाएं ठप पड़ी हैं।
- कांगड़ा, शिमला और कुल्लू हवाईअड्डों से कोई उड़ान संचालित नहीं हो सकी।
- शिमला में जगह-जगह भूस्खलन हुआ; हाईकोर्ट के पास कार पर बिजली का खंभा गिरा और सुन्नी में एचआरटीसी बस पर पहाड़ी से मलबा आ गिरा।
रेड अलर्ट और स्कूल बंद
- मौसम विज्ञान केंद्र ने ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
- शिमला, सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, कुल्लू, चंबा, कांगड़ा, ऊना और हमीरपुर जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
- मंगलवार को भी चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में रेड अलर्ट रहेगा।

सड़कों और नदियों की स्थिति
- कुल्लू-मनाली, रामपुर-किन्नौर, सैंज-औट-लूहरी और पांवटा-शिलाई एनएच भूस्खलन से बंद रहे।
- सिरमौर में गिरि नदी का जलस्तर बढ़ा, जटौन बैराज से पानी छोड़ा गया।
- कुल्लू में ब्यास, सरवरी, तीर्थन और पार्वती नदियों का जलस्तर खतरे के निशान पर है।
- कांगड़ा में पौंग बांध से 1.10 लाख क्यूसिक पानी छोड़ा गया।
प्रभावित क्षेत्र और नुकसान
- कुल्लू के नग्गर नाला में फंसे दो लोगों को रेस्क्यू किया गया।
- ऊना के कई गांवों में घर खतरे में और सैकड़ों कनाल उपजाऊ ज़मीन बर्बाद हो गई।
- कांगड़ा और हमीरपुर में मकान क्षतिग्रस्त हुए।
- चंबा के कंगेला गांव में पहाड़ी दरकने से दर्जनों घरों पर खतरा मंडरा रहा है।
- लाहौल में 32 लोग सड़कें बंद होने से मंदिर की सराय में फंसे हुए हैं।
अगस्त में रिकॉर्ड बारिश
- अगस्त 2025 में हिमाचल में सामान्य से 72% अधिक बारिश हुई।
- 256 मिमी के मुकाबले 440 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
- कुल्लू में 162%, शिमला में 126%, ऊना में 121%, सोलन में 118% और चंबा में 104% अधिक बारिश हुई।
- 24 से 31 अगस्त के बीच पूरे प्रदेश में सामान्य से 291% अधिक बारिश दर्ज हुई।
- चंबा में सबसे अधिक 589% और कुल्लू में 458% अधिक वर्षा हुई।
हिमाचल में मूसलाधार बारिश का कहर: छह जिलों में रेड अलर्ट, नौ जिलों में स्कूल बंद
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। प्रदेश के छह जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि नौ जिलों में शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। चार नेशनल हाईवे समेत 662 सड़कें अवरुद्ध हैं। शिमला के जुन्गा में भूस्खलन से पिता और पुत्री की मौत हो गई, वहीं कोटखाई में एक बुजुर्ग महिला मलबे में दबकर जान गंवा बैठीं।
बारिश और भूस्खलन से भारी नुकसान
रविवार को लगातार बारिश और भूस्खलन से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और कई वाहन मलबे में दब गए।
प्रदेश में 985 बिजली ट्रांसफार्मर और 495 पेयजल योजनाएं ठप पड़ी हैं।
कांगड़ा, शिमला और कुल्लू हवाईअड्डों से कोई उड़ान संचालित नहीं हो सकी।
शिमला में जगह-जगह भूस्खलन हुआ; हाईकोर्ट के पास कार पर बिजली का खंभा गिरा और सुन्नी में एचआरटीसी बस पर पहाड़ी से मलबा आ गिरा।
रेड अलर्ट और स्कूल बंद
मौसम विज्ञान केंद्र ने ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
शिमला, सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, कुल्लू, चंबा, कांगड़ा, ऊना और हमीरपुर जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
मंगलवार को भी चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में रेड अलर्ट रहेगा।
सड़कों और नदियों की स्थिति
कुल्लू-मनाली, रामपुर-किन्नौर, सैंज-औट-लूहरी और पांवटा-शिलाई एनएच भूस्खलन से बंद रहे।
सिरमौर में गिरि नदी का जलस्तर बढ़ा, जटौन बैराज से पानी छोड़ा गया।
कुल्लू में ब्यास, सरवरी, तीर्थन और पार्वती नदियों का जलस्तर खतरे के निशान पर है।
कांगड़ा में पौंग बांध से 1.10 लाख क्यूसिक पानी छोड़ा गया।
प्रभावित क्षेत्र और नुकसान
कुल्लू के नग्गर नाला में फंसे दो लोगों को रेस्क्यू किया गया।
ऊना के कई गांवों में घर खतरे में और सैकड़ों कनाल उपजाऊ ज़मीन बर्बाद हो गई।
कांगड़ा और हमीरपुर में मकान क्षतिग्रस्त हुए।
चंबा के कंगेला गांव में पहाड़ी दरकने से दर्जनों घरों पर खतरा मंडरा रहा है।
लाहौल में 32 लोग सड़कें बंद होने से मंदिर की सराय में फंसे हुए हैं।
अगस्त में रिकॉर्ड बारिश
अगस्त 2025 में हिमाचल में सामान्य से 72% अधिक बारिश हुई।
256 मिमी के मुकाबले 440 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
कुल्लू में 162%, शिमला में 126%, ऊना में 121%, सोलन में 118% और चंबा में 104% अधिक बारिश हुई।
24 से 31 अगस्त के बीच पूरे प्रदेश में सामान्य से 291% अधिक बारिश दर्ज हुई।
चंबा में सबसे अधिक 589% और कुल्लू में 458% अधिक वर्षा हुई।