जाट फिल्म में ईसाई धर्म के अनादर को लेकर सनी देओल-रणदीप हुड्डा पर केस, जालंधर में दर्ज हुई एफआईआर.


जालंधंर। हाल ही में रिलीज हुई सनी देओल और रणदीप हुड्डा की फिल्म जाट के खिलाफ पंजाब में ईसाई समुदाय द्वारा विरोध के बाद जालंधर में एफआईआर दर्ज की गई है। ईसाई समाज का आरोप है कि फिल्म में ईसा मसीह और ईसाई धर्म में इस्तेमाल की जाने वाली पवित्र चीजों का अनादर किया है। एफआईआर में सनी देओल, रणदीप हुड्डा, विनीत कुमार, निर्देशक गोपी चंद, निर्माता नवीन मालिनेनी का नाम शामिल है।
उल्लेखनीय है कि जाट मूवी में रणदीप हुड्डा ने राणातुंगा का रोल निभाया है. इसमें एक सीन है जिसमें रणदीप हाथ में हथियार लिए भगवान ईसा मसीह की मुद्रा में खड़े नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही कत्लेआम का सीन देखने को मिला है। इसी सीन को लेकर ईसाई समुदाय के लोगों का कहना है कि मेकर्स ने जानबूझकर ऐसे सीन फिल्म में रखे हैं। पंजाब में उनके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 299 के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह मामला जालंधर के फोलडीवाल गांव के निवासी विकल्प गोल्ड की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है। यह कदम ईसाई समुदाय के सदस्यों की आपत्तियों के बीच उठाया गया है, जिन्होंने फिल्म जाट में प्रभु ईसा मसीह के प्रति कथित अनादर के संबंध में पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने मामला दर्ज करने की मांग करते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा।
पुलिस को दी गई शिकायत में, शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि फिल्म जाट के एक क्रूस पर चढ़ने वाले सीन में प्रभु ईसा मसीह की नकल की गई है और उनका मजाक उड़ाया गया है, जिससे ईसाई समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। विवादित सीन में खलनायक की भूमिका निभा रहे रणदीप एक चर्च के अंदर पवित्र मंच के ऊपर रखे क्रूस के नीचे खड़े हैं जबकि अन्य प्रार्थना करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसमें चर्च के अंदर गुंडागर्दी और धमकी का सीन भी शामिल है, जिसे समुदाय ने बेहद अपमानजनक बताया। इससे पहले भी ईसाई समुदाय के सदस्यों ने इस सीन पर आपत्ति जताई थी और फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी। उनमें से कई ने कहा कि यह सीन चर्च के सबसे पवित्र स्थान मंच को अपवित्र करने के बराबर है।