बिहार की नई वोटर लिस्ट जारी, पूरे प्रदेश में कटे 65 लाख मतदाताओं के नाम, अब 7.24 करोड़ रह गए मतदाता, पहले 7.89 करोड़ थे.
नई दिल्ली। भारी विरोध के बाद बिहार में हुए वोटर लिस्ट रिवीजन की ड्रॉफ्ट वोटर लिस्ट आज जारी कर दी गई है। निर्वाचन आयोग द्वारा चलाए गए गहन विशेष पुनरीक्षण के बाद पूरे प्रदेश से 65.64 लाख मतदाताओं के नाम काट दिए गए हैं। कुल मतदाताओं की संख्या घटकर 7.24 करोड़ रह गई है।
उल्लेखनीय है कि पुनरीक्षण के दौरान पूरे राज्य में बीएलओ ने घर-घर जाकर वोटरों की जांच की। इसमें लाखों मृत और प्रवासी वोटरों की जानकारी सामने आई। निर्वाचन आयोग ने जांच के बाद लाखों वोटरों का नाम ड्रॉफ्ट वोटर लिस्ट से हटा दी है।
दावे और आपत्तियां 1 सितंबर तक
बिहार के सभी 38 जिलों में जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को वोटर लिस्ट की डिजिटल और प्रिंट कॉपी दी गई है। साथ ही, 243 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव अधिकारी मतदाताओं और पार्टियों से दावे और आपत्तियां भी स्वीकार करेंगे। इस दौरान कोई भी व्यक्ति अपना नाम जुड़वाने, हटवाने या गलत जानकारी को ठीक करवाने के लिए आवेदन कर सकता है। दावे और आपत्तियां 1 सितंबर तक की जा सकती हैं।
मतदाता सूची से कटे 65.64 लाख नाम
वोटर लिस्ट पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान की प्रक्रिया के दौरान बिहार में करीब 65.64 लाख वोटरों के नाम कटे हैं। कुल मतदाताओं की संख्या घटकर 7.24 करोड़ रह गई है, जबकि पहले यह आंकड़ा 7.89 करोड़ था।
किन जिलों में कितने नाम कटे
गोपालगंज में 3 लाख 7 हज़ार 361 वोटरों के नाम कटे। खगड़िया में 79,551 मतदाताओं के नाम काटे गए हैं। भागलपुर में कुल 2 लाख 44 हजार 612 मतदाताओं के नाम कटे हैं। किशनगंज में 1,45,913 वोटरों तथा सारण में 2.73 लाख वोटर्स के नाम काटे गए हैं। मुजफ्फरपुर में 2 लाख 82 हजार 845 वोटरों के नाम कटे हैं। सुपौल में 1 लाख 28 हजार 207 वोटर्स तथा शेखपुरा में 26,256 वोटर्स के नाम कटे हैं। बक्सर में 87,645, लखीसराय में 48 हजार 824, जमुई में 91882 हजार तथा गया में 2 लाख 45 हजार 663 मतदाताओं के नाम कटे हैं।